मेरे भाइयों आज की रात बड़ी हसीं है और मुझे आपसे कई सारी बातें भी करनी है. इसलिए मेरे साथ रहो और मुझे अपना प्यार दो. तो दोस्तों अब आप बताओ मुझे कैसा चल रहा है? मेरा तो सब ठीक ठाक ही रहता है हमेशा और कोई ख़ास दिक्कत होती नहीं है. मैं अब बिलकुल फ्री हूँ, आपसे बात करने के लिए और आप सब के साथ अपनी हर बात को रखने के लिए.
मुझे कुछ भी समझ नहीं आता जब मैं दोस्तों के साथ होता हूँ. क्यूंकि यही वक़्त रहता है जो मैं खुद के लिए जीता हूँ. वैसे भी मेरा कोई दोस्त है नहीं आप लोगों के सिवा. इसलिए अपने इस दोस्त को थोडा सा बर्दाश्त कर लिया करो यार. वैसे तो मुझे कुछ वास्ता नहीं है दुनिया से क्यूंकि दिल्ली में रहता हूँ, वहां ना तो सोचने के लिए किसी के पास समय है और ना ही सांस लेने के लिए ताज़ी हवा.
मैं आज आपके सामने अपनी एक कहानी लेकर आया हूँ. जिसे मैंने बरसों अपने दिल में दबा कर रखा पर आज ना जाने क्यूँ मुझे लगा, जैसे कि आप सब मेरे अपने हो और मूझे इस कहानी को आपके साथ शेयर करना चाहिए. इसलिए मैंने सोचा ठीक है अब आ गया हूँ तो आ गया.
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अब ऐसा है दोस्तों मैंने कभी अपनी जिनगी में किसी के साथ दगा बाज़ी की नहीं. तो आप लोगों के साथ भी करूँगा नहीं. किस्सा मेरा शुरू हुआ था बस से वो जो चलती है. वो वाली नहीं वो जो कहते हैं “बस” उससे. हुआ ये था कि हम लोगों को जाना था एक पार्टी में और हमारे सारे दोस्त तैयार थे. बस मैं ही थोड़ी देर कर रहा था क्यूंकि बियर कहीं मिल नहीं रही थी. मेरे दोस्तों ने कहा भाई चल अपन रास्ते में खरीद लेंगे. मैंने कहा ठीक है यार चलता हूँ बस दस मिनट और दे दो पूरा तैयार हो जाऊं पहले. अब मेरा काम है ढंग से तैयार होने का. आप यह चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
अपन ने पहली काली शर्ट काली पेंट और काले जूते और कहा चलो भाई अब अपन तैयार हैं. सारे दोस्त बोलने लगे साले कोयला बन के आ गया है. मैंने कहा बेटा देखना ऐसे ही कोयले पर लडकियां फ़िदा हो जाएंगी. उन्होंने कहा हाँ और रास्ते में जो धुल उड़ेगी उससे कपडे ख़राब हो जाएंगे उसका क्या? मैंने कहा भाई लोग अपन कार में चल रहे हैं. सब चौंक गए और कहने लगे कार कहाँ से ले आया. मैंने कहा मामा आये हुए हैं और वो दो दिन रुकेंगे तो उन्ही से ले ली.
उन्होंने कहा हाँ यार वैसे भी ६० किलो मीटर जान और उतना ही आना काफी लम्बा सफ़र रहेगा तो कार अच्छी है. मैंने कहा वो सब ठीक है. अब बियर के लिए पैसे मिलाओ और पेट्रोल के लिए भी. सब तैयार हो गए और हमने निकलने का फैसला कर लिया. अब हम लोगों को एक गाँव में जाना था. इसलिए हमने सोचा शहर से ही बियर ले ली जाए. देखते देखते सारी दुक्कन छान मारी पर एक में भी बियर ना मिली. अब एक दूकान पर थी जहाँ बहुत भीड़ लगी हुयी थी और मैंने सोचा मुझे पता है. कैसे लाना है इसलिए मैं चला गया.
वहां पर मुझे तीन लडकियां दिखी अच्छी माल थीं तीनो. मैं उनके बाजू में गया और कहा “वाह रे पापा की परी आज ठेके पर खड़ी”. उन्होंने मुझे देखा और कुछ नहीं कहा. मुझे बियर मिल गयी. क्यूंकि मैंने ५० रुपये ज्यादा दे दिए थे. अब उन्होंने ये देख लिया और उनमे से एक मेरे पास आई और कहा सुनिए भैय्या हमारे लिए भी ले दीजिये. मैं जाने लगा तो उसने कहा भैय्या सुनिए. मैंने सोचा चलो मदद कर देता हूँ. पर मेरे दिमाग में एक आईडिया आया और मैंने कहा जी मुझे सुनाई नहीं दिया आपने क्या कहा. उसने कहा भैय्या मैंने कहा क्या तो उसने कहा ठीक है समझ गयी. फिर उसने कहा सुन बियर लाएगा क्या मेरे लिए. मैंने कहा ऐसा बोल ना अब समझ आया रुक लाता हूँ. मैं गया और उसके लिए बियर ले आया. आप यह चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
उसने थैंक्स कहा और हम सब वहां से निकल गए. अब जब मैं पार्टी में पहुँचा तो मैंने जो देखा उससे मेरे होश उड़ गए. वही लडकियां साड़ी पहने हुए. अपने घर वालों के साथ में खड़ी थीं और जिसने मुझसे बियर मंगवाई थी. वो तो सबसे ज्यादा माल लग रही थी. मैंने उसे देखा तो उसने पलके झुका लीं और खाना खाने के लिए आगे बढ़ गयी. मैंने भी प्लेट उठायी और उसके पीछे तक गया और मैंने कहा वाह सती सावित्री. यहाँ इतना बन थन के नशा नहीं हुआ क्या. वो आगे बढ़ गयी तो मैं भी उसके पीछे गया और उससे खा सुन ना एक और लाऊं क्या? तब वो पलटी और कहा देख यार यहाँ सब हैं प्लीज ऐसा मत कर. मैंने कहा अरे इसमें क्या शर्म तू पीती है मतलब पीती है इसमें छुपाने वाली बात क्या है? उसने मेरा हाथ पकड़ा और कहा “बस” अब चुप भी होजा. मैंने कहा ठीक है पर एक शर्त पर खाने के बाद मेरे साथ घूमने चलेगी. उसने कहा ठीक है ठीक है चलूंगी बस. मैंने कहा बस यही तो मुझे सुनना था. अब अपन खाना खा लेते हैं.
मेरे दोस्त भी मेरे पीछे आ गए और कहने लगे भाई क्या हुआ तो मैंने कहा बस तुमाहरे कोयले ने एक पासा फेंका है और देखना बस इतना है कि वो सही पड़ जाए. खाने के बाद वो कुछ देर तक घरवालों के साथ रुकी और उसके बाद मुझसे कहा चल अब जहाँ चलना है. मैंने अपने दोस्तों से कहा आज रात यहीं रुकने वाले हैं तो दबा के खाना खा लो. वो समझ गए कि आखिर होने क्या वाला है. उसके बाद मैंने सोचा चलो इसको कार में ही ले जाता हूँ. मैंने उसे कार में बैठाया और कहा चल चलते हैं. अब जाते वक़्त एक जंगल पड़ता है और उसे भी ये पता था. उसने कार में बैठे हुए मेरे सामने अपनी साड़ी को उतारा और मैं उसकी कमर को देखने लगा. उसके बाद उसने ब्लाउज उतारा और कहा वाह अब सही लग रहा है. मैंने कहा हाँ बहुत सही लग रहा है. उसने कहा सुन बे चुपचाप गाड़ी चला मुझे मारने का शौक नहीं है. मैंने कहा तू ऐसा करेगी तो मैं मर जाऊँगा बे. उसने कहा क्या कभी किसी नंगी लड़की को नहीं देखा. मैंने कहा देखा है पर सिर्फ पिक्चर में.
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उसने कहा तो अब सच में देखले और चुपचाप गाडी चला. थोड़ी देर तक मैंने गाड़ी चलायी और मेरा लंड तो वैसे ही खड़ा था. इसलिए मैंने उससे कहा वापस चलना है क्या तो उसने कहा नहीं. पता नहीं थोड़ी देर बाद उसने मेरे गले के पीछे हाथ डाला और कहा क्यूँ सच में तूने किसी लड़की को नंगा नहीं देखा क्या? मैंने कहा अरे नहीं देखा कितनी बार बोलूं और इतना कहके उसने कहा ये ले और उसने अपना ब्रा उतार दिया. उसे दूध छोटे थे पर मस्त गोल गोल थे और क़यामत थे. उसके बाद जो हाथ मैंने गियर पर रखा था वो उसने पकड़ा और अपने दूध पर रख दिया और मैंने गाड़ी में एकदम से ब्रेक लगा दिया. उसने कहा क्या हुआ तो मैंने कहा मैंने ये भी पहली बार किया है. उसने कहा तू इतना स्मार्ट है फिर भी लड़की तेरे पास नहीं आई. मैंने कहा नहीं मैं नहीं गया तो उसने कहा ठीक है अब आजा. इतना बोलके उसने मेरा मुँह अपने दूध पर रख दिया और कहने लगी चूस इनको. आप यह चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
मैंने उसके दूध को अच्छे से चूसना चालु किया और उसने हलकी हलकी सिसकियाँ लेना चालु कर दिया. उसके बाद मैंने उसको कहा सुन तेरे दूध में गज़ब का स्वाद है और उसके दूध को चाटने लगा और उसने अपनी पेंटी भी उतार दी. उसके बाद मैंने उसका पेट चूमते हुए उसकी नाभि तक आया और उसकी नाभि को चाटने लगा तो उसने मेरा सिर नीचे किया और कहा मेरी चूत को चाट पगले. मैंने उसकी चूत को चाटना चालु किया और उसने मादक सिस्कारियां भरना चालू कर दिया. वो गरम हो गयी थी और उसकी चूत से पानी बह रहा था. उसके बाद उसने कहा लंड निकल और मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया और उसे खूब देर तक चूसा. अब मैंने कार की सीट को सीधा किया और उसके बाद उसकी चूत में अपना लंड घुसाया और चोदने लगा. मैंने कहा तू पहले भी चुद चुकी है क्या. उसने कहा नहीं बस ऊँगली से चुदाई की है. मैं उसे चोदता रहा और साथ में उसके दूध भी चूसता रहा. उसके बाद उसने कहा वाह तेरी चुदाई में दम है. मैंने अपना माल उसकी चूत के ऊपर ही गिराया था. वो भी अच्छे से चुदने के बाद जड़ गयी थी. फिर हम दोनों वापिस पार्टी में चले गए और मुझे फ्री की चुदाई मिल गयी.
तो भाइयों आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर मेल करके बताना. (sunny@indianadultstory.com)