इंग्लिश टीचर को कॉलेज के स्टोर रूम में चोदा

हेल्लो दोस्तों, मैं सुधीर तिवारी बिजनोर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 18 साल है। मैं बिजनोर के एक प्राइवेट कॉलेज में पढता हूँ और मैं इस बार इंटर में हूँ।

आज मैं आप सभी को अपनी जिन्दगी की जबरदस्त चुदाई का किस्सा सुनाने जा रहा हूँ। जब मैंने अपनी इंगलिश टीचर को चोदा तो मुझे इतना मज़ा आया कि मैं आप सभी को बता भी नहीं सकता हूँ।

अपनी इस चुदाई के बारे में बताने से पहले मै आप सभी को अपने बारे में बता दूँ, वैसे तो मैंने देखने में बहुत ज्यादा स्मार्ट नही हूँ लेकिन मैं किसी से भी बात करने में जरा भी नही शर्माता हूँ, कोई भी बात मैं किसी से भी बोल देता हूँ। जिससे साडी लड़कियां मुझसे हमेशा बातें करती रहती है क्योकि मैं बहुत ही मज़ाकिया हूँ।

अपनी सेक्स लाइफ को बनाये सुरक्षित, रखे अपने लंड और चुत की सफाई इनसे!

एक बार मेरे क्लास की एक लड़की की ब्रा दिख रही थी और सब लड़के उसके ब्रा को देख रहे थे, मैं उसके पास गया और मैंने चुपके से उसके कान में कहा, यार तुम्हारा ब्रा दिख रहा है और सारे लड़के देख रहे है. तुम उसे ढक लो और गलत मत समझना, मैं तो सिर्फ तुम्हारे इज्जत के लिए ऐसा कहा है। कुछ दिन बाद उस लड़की ने मुझे प्रपोस कर दिया और फिर मैंने कुछ ही दिन में चोद डाला।

दोस्तों कुछ महीने पहले की बात है जब मेरी कॉलेज छुट्टी के बाद खुली थी, मैं हमेशा से ही कॉलेज जाने में बहुत आगे था। जैसे ही कॉलेज खुला मैंने आना शुरू कर दिया। उस वक़्त बहुत कम बच्चे आते थे और इस बार एक इंगलिश की नयी टीचर आई थी, वो देखने में बहुत हॉट थी और उनकी उम्र लगभग 26 होगी। लेकिन देखने से लगता था की वो अभी केवल 21 की हो होंगी।

जब मैंने पहली बार उनको देखा तो देखता ही रह गया। उनकी चूचियां और उनके होठ और उनका पूरा फिगर देख कर मेरे मन में उनको चोदने के बारे में ख्याल आने लगा। उस वक़्त बच्चे बहुत कम आते थे, जिससे मेरी उनसे थोड़ी जान पहचान हो गई। मैं मजाकिया तो था ही और मेरी इंगलिश भी अच्छी थी जिससे वो मुझसे काफी खुश रहती थी।

एक दिन क्लास में कोई नही था, मैंने मैम से कहा – मैं एक बात कहूँ, आप नाराज़ तो नही होंगी।

तो मैम ने कहा – कहो जो कहना है

मैंने मैम से कहा – आप बहुत अच्छी लग रही है आज।

तो मैम ने मुस्कुराते हुए कहा – क्यों रोज अच्छी नही लगती हूँ क्या??

नही वो बात नही आप तो हमेशा अच्छी लगती है, लेकिन आज कुछ ज्यादा ही अच्छी लग रही है – मैंने कहा।

मैम ने कहा – थैंक्स…

मैंने मैम से कहा – आप अपना नम्बर दे दो, कभी कोई पढाई से सम्बंधित काम लगे तो फोन करके पूछ लूँगा।

मैम ने कहा – ठीक है तुम अपना नम्बर दो, मैं मिसकाल देती हूँ।

मैंने मैम का नम्बर तो ले लिया और मैं रोज सुबह उनको गुड मोर्निंग और रात को गुड नाईट भेजने लगा और उनसे बात करने के लिए उनसे कभी कभी उलटे सीधे सवाल पूछने लगता फोन करके। धीरे धीरे कुछ दिन बिता मैम मुझसे कुछ ज्यादा ही खुश रहने लगी थी, जैसे ही मैं कुछ कहता तो सारे बच्चे तो हस्ते ही थे और मैम भी हसने लगती थी। कॉलेज की बाकि क्लास तो किसी तरह से कटी थी और इंगलिश की क्लास कब ख़त्म हो जाती थी की कुछ पता ही नही चलता था।

वो हमेशा साडी पहन कर आती थी, जिससे उनकी कमर बगल से दिखा करती थी और मैं उनकी कमर को देख कर सोचता था, जब कमर इतना गोरा और चिकना है, तो उकी चूची और बाकी शरीर तो और भी मुलायम और चिकना होगा।

एक दिन मैंने मैम से पूछा – क्या आप की शादी हो गई है?

तो मैम ने कहा – तुम ये क्यों पूछ रहे हो की मेरी शादी हुई है की नही?

तो मैंने उनसे कहा – बस यूँ ही पूछ रहा था।

तो मैम ने कहा – मुझे पता है तुम क्यों पूछ रहे हो कि मेरी शादी हुई है की नही।

मैंने मैम से कहा – आप गलत मत समझना।

तो उन्होंने मुझसे कहा – तुम मुझे बहुत पसंद करते हो न?

तो मैंने कहा – हाँ आप मुझे बहुत अच्छी लगती है, लेकिन इससे क्या होता है… आप तो मुझे पसंद नही करती है।

तो मैम ने मुझे कहा – किसने तुमसे कहा मैं तुमको पसंद नही करती हूँ। तुम पहले लड़के हो जिसको मैंने अपना फोन नम्बर दिया है।

अधिक कहानियाँ : सपनों की बारात – भाग १

उनकी बातें सुनकर मेरा लंड कतो खड़ा हो गया, क्योकि वो समझ गया था, लगता है मैं मैम को चोद पाउँगा।

कुछ देर बाद मैं वहां से चला गया। कुछ देर बाद मैम ने खुद ही मुझे मैसेज किया और उसमे एक गुलाब का फुल भेजा और साथ में लिखा था, I LOVE YOU। क्या तुम मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनाओगे ?

मैंने उनसे कहा – मैम क्या आप सच कह रही है? मुझे यकीन नही हो रहा है।

मैं बहुत खुश हो गया और मैंने भी मैम को I love you 2 बोल दिया और मैंने उनसे कहा – मैंने जब पहली आप को देखा था, तभी से आप को लाइक करने लगा था।

दुसरे दिन मैंने कॉलेज पहुंचा तो मैम मुझे देख कर मुस्कुराने लगी, मैंने भी उनको देख कर मुस्कुरा दिया। कुछ देर बाद मैंने मैम को टॉयलेट के तरफ इशारा किया। मैम कुछ देर बाद टॉयलेट के तरफ आई और मुझसे कहा – क्या हुआ मुझे यहाँ क्यों बुलाया है?

मैंने बिना कुछ कहे ही उनको लेकर टॉयलेट में लेकर चला गया और अपने हाथ को उनके कमर पर रख कर उनके होठ को पर किस करने लगा। मैम भी मेरे होठो को पर किस करने लगी और कुछ देर बाद हमारे अंदर की वासना जलने लगी और फिर हम एक दुसरे से लिपटते हुए एक दुसरे के होठ को पीने लगे और मैं अपने हाथो को कमर से ऊपर की तरफ बढ़ाते हुए, उनकी चूचियो को हलके हाथ से दबाने लगा और फिर कुछ देर बाद जब मैं मैम के होठो को जोश में काटने लगा, तो मैम सिसकते हुए मुझे और भी जोर से चिपक गई। आप यह टीचर की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.

मैंने उस दिन जब मैम को किस किया, तो मेरा लंड बिलकुल खड़ा हो गया था। मेरा मन तो उनकी चुदाई करने को कर रहा था। लेकिन मैंने अपने आप को रोक लिया, वरना मैम सोचती लगता है ये सिर्फ मेरी चूत के लिए ही मुझे प्यार करता है। उस दिन के बाद मैंने बहुत बार उनको किस किया और उनके मुलायम और कमसिन मम्मो को को भी बहुत दबाया।

मैंने एक दिन मैम से कहा – मैं किस कर – कर थक चूका हूँ और मेरा मन अब आगे बढ़ने को कर रहा है। क्या आप का मन नही करता है, मैं किस के आगे भी कुछ करूँ?

पहले तो मैम ने कुछ नही कहा, लेकिन कुछ देर बाद कहा – हाँ मेरा भी मन कर रहा है क्या तुम मुझे आज ही चोद सकते हो???

मैंने मैम से कहा – लेकिन यहाँ कॉलेज में मैं आप को कैसे चोद सकता हूँ।

मैम ने मुझसे कहा – मैं स्टोर रूम में जा रही हूँ और तुम भी चुपके से आ जाओ और वहीँ सही जगह है चुदाई करने का वहां कोई नही आता है।

मैम के जाने के कुछ देर बाद मैं भी चुपके से वहां चला गया और स्टोर रूम अंदर से बंद कर लिया। उस स्टोर रूम में पहले कॉलेज का चपरासी रहता था और उसका चादर और कुछ कपडे वहीँ पर पड़े हुए थे, हमने पहले वहां एक चादर को फर्श पर बिछा दिया और फिर मैंने मैम के साड़ी को धीरे धीरे खोल दिया और फिर मैंने अपने एक हाथ को उनकी कमर पर और दुसरे हाथ से उनके गले को पकड कर, मैं उनको किस करने लगा और उनके होठ को चुमते हुए उनके गाल को भी चूमने लगा।

पहले तो कुछ देर तक मैंने उनके होठ, गाल, गले, चूची और बाकि शरीर को चूमता रहा और फिर कुछ देर बाद मैंने उनके होठ को पीने लगा। मैम के होठ बहुत ही मुलायम और पतले थे जो चूसने में बहुत मज़ा आता था। पहले कुछ देर तो केवल मैं ही उनके होठ को पी रहा था, लेकिन कुछ देर बाद जब मैम भी जोश में आ गई। तो वो मेरे निचले होठ को अपने दांतों से काटते हुए खीचने लगी। जिससे मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित होने लगा और मैं भी उनके होठो को काटने लगा और उनकी चूचियो को भी दबाने लगा।

कुछ ही देर में, मैं कामोतेजित होने लगा और मैं मैम की चुदाई करने के लिए उनको किस करना बंद कर दिया और मैंने जल्दी से उनके ब्लाउस को निकल दिया और साथ में उनके पेटीकोट को भी निकाल दिया और वो केवल ब्रा और पैंटी में बची थी।

मैंने पीठ को चुमते हुए मैंने अपने दांतों से उनके ब्रा को खोल दिया और उनके ब्रा को अपने मुह से खीच लिया जिससे उनकी गोरी गोरी, संगमरमर की तरह चमकती हुई चूची दिखने लगे। मैंने उनके पीठ को काटते हुए उनके मम्मो की तरफ बढ़ने लगा और फिर मैंने उनके मम्मो को अपने हाथो में ले लिया और दोनों हाथो से उनके चूचियो को दबाने लगा और साथ में अपने मुह से उनके चूचियो को पीने लगा। मैं उनके चूचियो को दोनों हाथो से दबा दबा कर पी रहा था, जिससे मैम सिसकने लगी थी। कुछ देर बाद जब मैं अपने आप को रोक नही पा रहा, तो मैं उसकी चूचियो को काटने लगा। जिससे मैम चीखने लगी और मुझको पीछे को तरफ धकेलने लगी।

अधिक कहानियाँ : घर में ताई की चुदाई

कुछ देर में ही मैं और भी जोश में आ गया, जिससे मैं आपने आप को रोक नही पा रहा था। जिससे मैंने जल्दी से मैम के पेटीकोट को निकाल दिया और फिर जल्दी से उनके पैंटी को भी निकाल दिया और मैंने अपने लंड को उनकी चूत के गुलाबी दाने में लगाने लगा और उस गुलाबी दाने को अपने हाथो से मसलने लगा। जिससे मैम भी कामोतेजित होने लगी और लंड को पकड़ने लगी और अपने चूत में खुद ही लगाने लगी।

मैंने अपने लंड को पकड कर उनकी चूत के छेद में लगाकर अपने लंड को उनकी चूत के अंदर दाल दिया और फिर मैंने उनको चोदना शुरू किया। जब मेरा लंड उनकी चूत के अंदर गया, तो मैम ने अपने पुरे शरीर को ऐंठ दिया और बिना चीखे मेरे लंड के दर्द को सह लिया। आप यह टीचर की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.

मैंने अपने लंड में थोडा सा थूक लगाया और फिर उनकी चुदाई करना शुरू कर दिया। मैंने अपने लंड को उनकी चूत में झटके से और तेजी के साथ डालने लगा और साथ मैं उनकी चूचियो को भी दबा रहा था। मेरा मोटा लंड मैम के पतले से चूत को फैलाते हुए अंदर तक जा रहा था। और मैम मेरे मोटे लंड से चुदने का पूरा मज़ा ले रही थी।

बठाये अपने लंड की ताकत! मालिस और शक्ति वर्धक गोलियों करे चुदाई का मज़ा दुगुना!

लेकिन ये मज़ा कुछ ही देर में दर्द बन गया, जब मैंने अपने पूरे जोश और ताकत से उनको चोदना शुरु किया। मैं तेजी से अपने लंड को उनके चूत में डालने लगा और मेरे मोटे लंड से उनकी चूत के दीवार में घर्षण से उनकी चूत फटी जा रही थी और मैम जोर जोर से ….आह ..आः आआ..आह्ह्ह्ड… आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ.. ऊउफ.. उफ्फ्फ .. उनहू उनहू … आआह्ह्ह. ओह… ओह.. ऊऊह्ह्ह्ह ओह्ह्ह…. ऊह्ह्हह्ह उ.. उ.. उ उ ऊ..ऊ..ऊ ऊ..ऊँऊँ… अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी हा हा हा ओ हो हो करके चीखने लगी।

कुछ देर तक मैंने बहुत तेजी से उनको चोदा और फिर कुछ देर बाद, मेरे लंड से मेरा माल निकलने वाला था। मैंने जल्दी से अपने लंड को बाहर निकला और फिर मैंने जल्दी जल्दी अपने हाथो से मुठ मरना शुरू किया। कुछ देर बाद मेरे लंड से मेरा माल निकलने लगा।

मेरा मन चुदाई से नही भरा था, इसीलिए मैंने चुदाई के बाद मैम के चूत से पानी निकला और फिर उनको अपना लंड भी चुसाया। उसके बाद तो मैंने मैम को बहुत बार चोदा।

Popular Stories / लोकप्रिय कहानियां

आपकी सुरक्षा के लिए, कृपया कमेंट सेक्शन में अपना मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी ना डाले।

Leave a Reply

Work with us / हमारे साथ काम करें
Earn / कमाएं: ₹40,000 per month
Apply Now / अभी आवेदन करें!
Advertise with us