Sunny: आज की कहानी हे शकील और उसकी मेम कौसर की. शकील ने अपना दिमाग लगा के पहले से ही उसके और मेम के बिच मेलजोल बढ़ा लिया था. एक दिन उसने मौका पाते ही मजाज में अपने मेम को मूवी के लिए पूछ लिया. तो चलिए शकील से ही जानते हे उसने आगे क्या किया.
मेरा नाम शकील है और मैं मुंबई से हूँ. मैं एक निजी कंपनी में जॉब करता हूँ. मेरी उम्र 28 साल है व हाइट 5 फुट 8 इंच है. मैं देखने में ठीक ठाक हूँ.
मेरी कंपनी में कौसर मेम (नाम बदला हुआ है) काम करती हैं. उनकी उम्र 35 साल के करीब होगी और फिगर 36-28-36 का है. किसी जवान लड़की के जैसे मेम ने अपने फिगर को मेंटेन कर रखा था.
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मुझे कंपनी में जॉब करते हुए बहुत दिन हो गए थे. सभी से जान पहचान बन गई थी. मुझे जानकारी थी कि मेम की शादी हो चुकी है. उनका 10 साल का एक लड़का भी है. मेम देखने में बहुत खूबसूरत हैं. वो ज़्यादातर जींस और टॉप या टी-शर्ट ही पहनती हैं.
मैं जब उन्हें देखता था, तो सोचता था कि यार ये आइटम अगर मिल जाए, तो मजा आ जाएगा.
मैं इसी सोच को लेकर मेम से कुछ ज्यादा बातचीत करने लगा था. हम दोनों रोज मिलते थे, हंसी मजाक करते और आपस की कुछ बातें एक दूसरे से साझा कर लेते थे. हालांकि अभी हम दोनों के बीच सामन्य बातचीत से आगे कोई दूसरे किस्म की बातचीत नहीं हो सकी थी.
एक दिन में मैंने उनसे मजाक करते हुए कहा- मेम आज हम दोनों कहीं बाहर डिनर करते हैं. वैसे भी आजकल मैं घर पर अकेला हूँ.
इस पर वो बोलीं- हां पर आज नहीं, कल चलते हैं.
मैंने कारण पूछा, तो मेम बोलीं- कल मेरे पति भी बाहर जाने वाले हैं.
जब ये बात उन्होंने मुझे बताई, तो मुझे मामला सैट होते हुए दिखा. मैं उनके साथ दूसरे दिन के डिनर के लिए राजी हो गया.
अगले दिन मेम तैयार होकर आईं … पर आज वो साड़ी पहन कर आई थीं. इस साड़ी में वो बहुत ही कामुक और मस्त दिख रही थीं. मुझे मामला हरी झंडी वाला लगा. मेम ने साड़ी को अपनी नाभि के नीचे से बाँधी हुई थी, जिससे मेम का सपाट और चिकना पेट मुझे बड़ा ही कामुक लग रहा था. उनका ब्लाउज भी बहुत गहरे गले वाला था और स्लीवलैस था. सच में मेम आज बहुत हॉट लग रही थीं. मैं उनको अपलक देखता ही रहा.
वो मुझे टहोकते हुए बोलीं- मैं कैसी लग रही हूँ.
मैंने हाथ की उंगलियों को मस्त दिखाने जैसी इशारा करते हुए उनको एक आंख मार दी.
ये देख कर वो हंस कर बोलीं- पूरे बेशर्म हो.
कुछ देर यूं ही हंसी मजाक हुआ और हम दोनों अपने अपने काम पर लग गए.
शाम को 6 बजे जॉब से छुट्टी हुई, तो हम दोनों मेरी बाइक पर निकल गए. मेम मेरे साथ पहले भी कई बार बाइक पर बस स्टॉप तक जाती थीं, तो इस बात से ऑफिस के बाकी के लोगों के मन में कोई अन्य विचार नहीं आते थे.
मैंने थोड़ी दूर जाने के बाद मेम से कहा- हम लोग पहले मूवी देखते हैं, बाद में डिनर करेंगे.
वो बोलीं- हां … अभी तो वैसे भी डिनर का टाइम नहीं हुआ.
फिर उन्होंने अपने घर फोन किया और अपनी मेड से अपने बेटे को लेकर बात करके उसे नानी के घर जाने को बोल दिया. उनकी काम वाली बाई ने उनके लड़के को नानी के पास छोड़ देने के लिए कह दिया. उन्होंने अपनी कामवाली से फोन पर जब ये कहा कि मुझे आने में देर हो जाएगी. तुम मास्टर को नानी के घर छोड़कर चली जाना. मैं आज मीटिंग में बिजी हूँ.
उनके मुँह से ये सुनकर मेरा भेजा समझ गया कि आज मेम मस्ती के मूड में हैं.
मैंने सिनेमा हॉल के पास बाइक पार्किंग में लगा दी और हम दोनों टिकट लेकर मूवी देखने सिनेमा हॉल के अन्दर आ गए. हमारी सीट सबसे अंत में ऊपर की तरफ थीं. मूवी बी ग्रेड की थी और इसमें कुछ सेक्स सीन ज्यादा ही थे.
कुछ देर बाद मूवी शुरू हुई, तो गर्म सीन आने शुरू हो गए. मैंने कुछ देर बाद जानबूझ कर कोहनी को मेम से टच किया … तो मेम ने अपनी चूचियां कुछ ऐसी कर दीं कि मेरे हाथ उनके मम्मों से टच करने लगे. मेम ने मेरी तरफ देखे बिना अपना हाथ मेरी जांघ पर रख दिया. मैंने अपनी कोहनी से उनकी चूची को जरा जोर से दबा दिया और उनकी तरफ नजरें कर दीं.
मेरे चूची दबाने से मेम ने मेरी तरफ देखा और वो मुस्कुरा दीं.
मैं समझ गया कि मेम भी चुदने को राजी हैं. मैंने बेखौफ़ अपना हाथ उनके मम्मों पर धर दिया और जोर से दबाने लगा.
मेम ने मेरे लंड को सहलाया और मुझे हरी झंडी दे दी. मैंने एक मिनट बाद मेम को अपनी तरफ खींच कर चुम्मी ले ली.
मेम ने भी मुझे चूम कर कहा- अब भी मूवी देखने का इरादा है?
मैंने कहा- बिल्कुल नहीं … चलो चलते हैं.
हम दोनों तुरंत वहां से निकल कर एक बार वाले होटल में खाना खाने पहुंच गए. उसमे केबिन की सुविधा थी. मैंने खाना के पहले मेम से ड्रिंक के लिए पूछा, तो उन्होंने हां कर दी. मैंने व्हिस्की के लिए ऑर्डर किया. उसके बाद खाना लगाने का भी कह दिया.
दो पल में ही टेबल पर जाम सज गए थे. हम दोनों ने आज की शाम को रंगीन बनाने के लिए चियर्स बोला और सिप करना शुरू कर दिया.
दो दो पैग होने के बाद मैंने कहा- मेम चलो खाना खाने के बाद आप मेरे घर पर चलोगी?
मेम बोलीं- नहीं … तुम आज मेरे घर चलो.
मैंने ओके कह दिया.
तब तक खाना भी आ गया और हम दोनों ने खाना खाया. फिर मैं मेम को लेकर उनके घर के चल दिया. बाइक पर मेम मुझसे एकदम से चिपक कर बैठी थीं. मैं भी मेम के जिस्म की रगड़ का मजा ले रहा था. करीब आधा घंटे बाद हम दोनों मेम के घर पर आ पहुंचे.
मेम ने मुझे हॉल में बिठाया और बेडरूम में चेंज करने चली गईं.
कुछ दस मिनट बाद मेम एक पारदर्शी बेबी डॉल नाइटी पहन कर आईं और मेरे बाजू में बैठ गईं.
मैंने व्हिस्की के हल्के सुरूर में मेम को देखा और कहा- मेम यार आप तो परी लग रही हो.
मेम बोलीं- इस परी के साथ शाम रंगीन नहीं करोगे?
मैंने उन्हें उसी पल अपनी बांहों में ले लिया और किस करने लगा.
वो मुझसे बोलीं- शकील, ये सब किसी को बताओगे तो नहीं ना.
मैं बोला- नहीं … पक्का वादा.
अब वो मुझे किस करने लगीं, मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बेडरूम में ले गईं. मैं भी उन्हें किस करने लगा. किस करते हुए मैं उनके तने हुए मम्मों को दबाने लगा. उनकी चुदास मुझे गर्म करती जा रही थी. मैंने धीरे धीरे उनकी नाइटी उतार दी. वाओ यार … सच में मेम अप्सरा लग रही थीं.
मैं मेम को किस करते हुए बोला- आज तो मेरे घी में पापड़ सिक गए. मैं आपके साथ बहुत मजे करूंगा.
वो भी मुझे कातिल नजरों से देख कर मुस्कुरा दीं. मैं उन्हें अपने जिस्म से लिपटा कर प्यार करने लगा, किस करते हुए उनके मदमस्त मम्मों को दबाने लगा.
मेम ‘आहह … ओह..’ करने लगीं.
मैंने मेम की ब्रा और पेंटी बड़ी नजाकत से उन्हें सहलाते हुए उतार कर बेड से दूर फेंक दी. उन्होंने भी मेरी शर्ट के बटन तोड़ दिए और शर्ट उतार कर फेंक दी.
मेरी पेंट और फ्रेंची को भी उन्होंने बड़ी अदा से उतार दी. फिर मेम मेरे सामने अपनी दोनों टांगें खोल कर लेट गईं.
उन्हें लगा कि अब मैं अपना लंड सीधे ही उनकी चुत में पेल कर उनको चोद दूंगा. पर मैंने वैसा नहीं किया. मैं वापस उन्हें किस करने लगा और उनके रसभरे मम्मों को दबाने लगा. साथ ही एक उंगली को मेम की चूत में करने लगा.
कुछ पल बाद कौसर मेम बोलीं- शकील यार क्या कर रहे हो … अब डाल भी दो ना … अपने इस मूसल को … मेरे राजा जी जल्दी से चोद दो … मुझसे रहा नहीं जा रहा है.
मैं बोला- हां जान … अभी लो.
मैं उनके शरीर पर किस करते हुए नीचे आया और मेम की चूत में जीभ डाल कर चूत चाटने लगा.
जैसे ही मैंने अपनी जीभ मेम की चूत पर लगाई, मेम की एक मस्त सीत्कार निकल गई ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
वो चुदास से मचलने लगीं. इस तरह से अपनी चूत चटवाने में उन्हें बहुत मजा आ रहा था. वो अपनी पूरी चूत पसार कर मेरी जीभ से चूत की खाज मिटवाने लगीं.
कुछ दस मिनट में मेम अपनी गांड उठाते हुए चीखने लगीं और उन्होंने अपनी चूत का रस मेरे मुँह में छोड़ दिया.
मेम झड़ने के बाद एकदम से हांफने लगीं. वो कुछ पल बाद बोलीं- शकील तुम यार बहुत ग्रेट हो … मजा आ गया.
मैं अपनी जीभ से चटखारा लेते हुए बोला- हां मेरी जान … अब आप मेरा लंड मुँह में ले लो और इसे भी चूस दो.
वो एकदम से लंड चूसने के लिए राजी हो गईं और मेरे लंड का स्वाद लेने लगीं. हम दोनों 69 में आ गए. मैं मेम की गांड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा और उनकी चूत में जीभ डालकर चूसने लगा.
कोई 5-7 मिनट में ही मेरे लंड का जूस कौसर मेम के मुँह में निकल गया.
कौसर मेम मेरे रस को खाते हुए बोलीं- वाह यार शकील, आपका लंड तो बहुत मस्त है.
वो अपने पति को गाली देते हुए बोलीं- साला मादरचोद मुझे कभी ढंग से चोद भी नहीं पाता है.
मैं बोला- मेम आपने पहले बताया होता … तो अब तक तो एकाध बच्चा भी पैदा कर देता.
मेम हंस कर बोलीं- शकील ये बात तो तुमने ठीक कही. अब बताओ तुम क्या करने वाले हो.
मैं बोला- आज मेम मैं आपकी चूत में जीभ डालकर इसे चूस चूस कर सुबह तक भरपूर मजा दूँगा और खूब चोदूंगा.
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वो मुझसे लिपट गईं और हम दोनों किस करने लगे.
कुछ देर बाद मैं मेम से बोला- अब मैं आपकी चूत में लंड डालूंगा.
वो भी चूत खोल कर तैयार थीं.
Sunny: दोस्तों, ये कहानी थोड़ी लंबी है तो आगे क्या हुआ, ये इस कहानी के अगले पार्ट में बताऊंगा। उम्मीद हे आपको कहानी का पहला पार्ट पसंद आया होगा. आप मुझे अपने विचार कमेंट या ईमेल के जरिये बता सकते हे. मुझे आपके गंदे ईमेल (sunny@indianadultstory.com) का इंतज़ार रहेगा. आप अपना रजिस्ट्रेशन इंडियन एडल्ट स्टोरी पे करवा के अपने जैसे और लोगो के साथ चुदाई की गन्दी कहानिया शेयर कर सकते हो.