(Muslim Girlfriend ko Park me lejakar Ungli Kiya)

मुस्लिम गर्लफ्रेंड को पार्क में लेजाकर ऊँगली किया

सभी लंड धारियों को मेरा लंडवत नमस्कार और चूत की मल्लिकाओं की चूत में उंगली करते हुए नमस्कार। इंडियन एडल्ट स्टोरी के माध्यम से आप सभी को अपनी स्टोरी सुना रहा हूँ। मुझे यकीन है की मेरी सेक्सी और कामुक स्टोरी पढकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाएगे और सभी चूतवालियों की गुलाबी चूत अपना रस जरुर छोड़ देगी।

हेलो फ्रेंड्स, माय सेल्फ़ तन्मय फ्रॉम कोलकाता. मैं आप लोगों को अपनी एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ, जो आप रीडर्स को शायद पसंद आए. ये मेरी पहली देसी गर्ल्स सेक्स स्टोरी है तो थोड़ी बहुत ग़लती अगर हो जाए तो प्लीज़ इग्नोर करना और कहानी के मज़े लेना और हाँ अपना फीडबॅक ज़रूर देना मुझे.

तो अब ज़्यादा बोर ना करते हुए डाइरेक्ट स्टोरी पे आता हूँ. मैं बी.ए. का एक स्टूडेंट हूँ और ये स्टोरी मेरे फर्स्ट ईयर की है. 1स्ट ईयर का क्लास स्टार्ट हुआ एक हफ्ते हो चुके थे और आज मॅम क्लास रुटीन लिखवाने वाली थी.

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मैं अपने फ्रेंड के साथ बैठा रुटीन लिख रा था के अचानक गेट ओपन हुआ और गेट पे एक लड़की खड़ी थी फिर वो अंदर आई और मेरे बगल मैं आ के बैठ गई.

उसने ऑफ-वाइट कलर का सूट पहन रखा था, जिस मे से उस के 32 बूब्स की उभार सॉफ दिख रही थी. वो क़रीब क़रीब मेरे ही एज की थी. देखने मे फेर, सिंपल, स्लिम और हाइट मीडियम थी. वो मेरे बगल मे आ के बैठ गई और रुटीन उतारने लगी. क्लास ख़त्म होने के बाद, उसने मुझसे मेरी रुटीन माँगी ताकि जो छूट गया है वो नोट कर सके.

उसी दौरान हुमारी कुछ बाते हुई, इन एक हफ्ते मे क्या क्या हुआ इस से रिलेटेड और उस ने अपना नाम साइमा बताया. रुटीन कॉपी करने के बाद हम दोनो अपने अपने रास्ते निकल गये. इस के बाद से हम कॉलेज मे एक साथ ही बैठते थे और हमारी अछी ख़ासी फ्रेंडशिप हो गई थी.

एक दिन घर जाते वक़्त उसने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर माँगा. ताकि वो मुजसे टच मे रह सके और कॉलेज से रिलेटेड नोटीस और अपडेट उसे मुजसे मिलती रहे मैने भी देर ना करते हुए अपना मोबाइल नंबर उसे दे दिया.

उसी रात मुझे एक अननोन नंबर से व्हातसपप आया. मैने पूछा, हू आर यू? तो उसने मुझे अपना नाम बताया, तब मैं समझ गया की वो साइमा है. फिर हमारे दरमियाँ काफ़ी देर तक च्याटिंग होती रही और हम एक दूसरे के बारे मैं इन्फो लेने लगे..

तब मैं समझ गया की वो थोड़ी फ्रेंड्ली नेचर की है, बट उसे देखने से ऐसा नही लगता था. फिर इसी तरहा हमारी व्हातसपप पे बात होती रहती थी और इसी बीच हम काफ़ी क्लोज़ आ गये थे. वो मेरे घर से कुछ एक घंटे की दूरी पे ही रहती थी. उसने अपने बारे मे सब कुछ बताया, जैसे उस के अब्बू एक बॅंक मे काम करते है और वो अपने पेरेंट्स की एकलौती औलाद है.

मैं अब उस के साथ काफ़ी फ्लर्ट भी करने लगा था और कुछ वो भी मेरे साथ फ्रॅंक हो गई थी और मुझे रोकती भी नही थी. इसी तरहा एक दिन व्हातसपप पर बाते करते करते, हम सेक्स की टॉपिक पर बात करने लगे और वो भी काफ़ी इंटरेस्ट से मेरा साथ दे रही थी.

फिर धीरे धीरे हम सेक्स के टॉपिक पे भी काफ़ी फ्रेंड्ली हो गये और फिर हमने फोन सेक्स भी स्टार्ट कर दिया. अब वो भी काफ़ी मज़ा और इंटरेस्ट लेने लगी थी. इन सब मे और कुछ दीनो बाद ऐसा लगने लगा था की वो अब मुजसे ज़्यादा एक्साइटेड है रियल मे चुदाई के लिए.

वैसे मैं बता दू की मैं अपने भाई के साथ कोलकाता मे रेंट के एक रूम मे रहता हूँ और मेरे भाई एक शॉप पे काम करते है, जिस की ड्यूटी 8.ए एम टू 8पीयेम है. बेसिकली मैं बिहार से हूँ और मेरे पेरेंट्स वहीं रहते है.

इसी बीच हम दोनो मे एक स्ट्रॉंग बाउनडिंग बन गई और हम फ्रेंड की हद से आगे बढ़ गये थे. बट उस रिश्ते का कोई नाम नही था. हम अक्सर अपनी हवस की प्यास च्याटिंग मे या फोन पे ही बुझाने लगे.

एक दिन मैने उसे अपनी बूब्स की पिक भेजने को कही, बट उसने पहले मना कर दिया. बट मेरी ज़िद करने पे आख़िर वो मान ही गई. बट एक शर्त रखा की मुझे आपका लंड दिखाना होगा और फिर क्या था! मैने झट से हान करदी. फिर कुछ देर बाद उसने 5,6 पिक सेंड की. सच दोस्तो क्या बूब्स थे! देखते ही मूह मे पानी आ गया था. 32 का साइज़ मुझे ललचा रहा था,मुझे अपने पास बुला रहा था और दिल कर रा था की खा जाऊं बट पास ही नही था.

फिर मैने अपना हाथ अपने लंड पे रखा और एक ज़ोरदार मूठ मारा और सारा माल निकाल दिया और माल के साथ मैने अपने 7इंच लंड की पिक उसको सेंड करदी.

उसने फोटो देखते ही मेरे 7 इंच लंड की तारीफ की जो दिखने मे तगड़ा, ब्राउन, मोटा था और जिस ने लाइट ब्राउन की टोपी पहन रखी थी और जिस के मूह से सफेद वाइन टपक रहा था.

फिर उसने मुझसे उस सफेद पानी के बारे मे पूछा, तो मैने बता दिया की मैं उसकी बूब्स देख के उत्तेजित हो गया और मेरा लंड अपने आप सलामी देने लगा, तो मैने उसकी नाम की मूठ मारली. तो उसने भी कहा की वो अभी फिगरिंग ही कर रही, अपने चुत मे मेरा लंड को देख कर और मेरा नाम लेकर.

मैने साइमा को फिगरिंग करते हुए वीडियो बनाके मुझे भेजने को कहा बट उसने सॉफ इनकार कर दिया. फिर हम इसी तरहा कुछ दीनो तक पिक एक्सचेंज कर कर के अपनी फॅंटसीस को पूरा करते. कभी मैं अपने लंड की पिक भेज देता, तो कभी वो अपने बूब्स या अपनी चुत की पैंटी के उपर से. बट मेरे दिल मे तो उसकी चूत को देखने की ख्वाइश तड़प रही थी

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एक दिन सुबह जब मैं ऑनलाइन हुआ, तो देखा की उसने एक वीडियो भेजा था, जो उसकी फिगरिंग का था. मैं देखते ही दंग रह गया और मेरी खुशी का कोई ठिकाना नही रहा.

मैं झट से बेड से उठा और सीधे बाथरूम मे चला गया और अपने सारे कपड़े उतार दिए और फिर वीडियो ऑन कर दिया. जिस मे उसने ब्लॅक कलर की पैंटी पहन रखी थी और फिर वो अपनी पैंटी को आहिस्ता आहिस्ता उतारने लगी और कुछ ही पल मे उसकी चूत मेरे सामने थी जिस पर काले काले जंगल उगे हुए थे.

उसे देखते ही मेरे लंड ने उड़ान भरना स्टार्ट कर दिया था और कुछ ही पल मे बिल्कुल लोहा बन गया था. उसकी चूत ऐसी लग रही थी जैसे किसी काले जंगल मे दरार आ गई हो और मेरा लंड उस दरार मे गिरना चाह रहा था.

फिर साइमा ने अपनी मिड्ल फिंगर को आहिस्ता आहिस्ता चूत मे डाला और डालते ही उसके मूह से एक लंबी सी अह्ह्ह्ह्ह्ह निकली, जो मुझे सॉफ सुनाई दे रही थी. इधर मेरा हाथ खुद ब खुद मेरे लंड पे चला गया था और मूठ मारने के लिए रेडी हो रा था. उधर साइमा ने अब अपनी रिंग फिंगर भी चूत मे डाल रही थी और साथ ही साथ उसकी सिसकियाँ भी बढ़ रही थी और मेरे मूठ की स्पीड भी.

साइमा अब अपनी उंगलियों को अपनी चूत मे अंदर बाहर कर रही थी और अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह की बॅकग्राउंड मुझे सॉफ सुनाई दे रही थी. इधर मेरी मूठ की भी स्पीड तेज़्ज़ होती चली गई और साइमा की भी. आख़िर कुछ देर बाद वीडियो ख़तम हो गया और मेरा पानी भी मैने बाथरूम मे ही निकाल दिया. मूठ मारने के बाद मैने बाथ लिया और बाहर आ गया. ड्रेस चेंज करने के बाद मैने साइमा को थॅंक्स व्हातसाप कर दिया.

उसी दिन शाम को उसका कॉल आया. मैने कॉल उठाते ही उसे फिरसे थॅंक्स कहा. तो उसने यूआर वेलकम रिप्लाइ किया. जब मैने साइमा से पूछा की उसका मूड कैसे चेंज हो गया? जो उस ने वीडियो भेज दिया. तो उसने रिप्लाइ मे कहा की पता नही बस दिल किया तो भेज दिए.

मैं समझ गया था की अब माल पूरी तरहा पक गया है, अब बस कोई तोड़ने वाला चाहिए. फिर हमने कॉलेज मे मिल के कहीं घूमने जाने का प्लान बनाया, तो वो राज़ी हो गये.

नेक्स्ट डे मैं ज्ल्द उठ गया और नहा के बिल्कुल रेडी हो के कॉलेज पहुच गया और साइमा को कॉल किया. तो उसने 3र्ड फ्लोर पे आने को कहा. वैसे मैं बता दू की हमारे कॉलेज मे 3र्ड फ्लोर पे ज़्यादा कोई नही आता जाता. तो मैं 3र्ड फ्लोर पे पहुच गया और जाते ही उसे पीछे से उसकी आँख बंद करदी और उसकी बॉडी से बिल्कुल चिपक गया. उसने मेरे हातो पे मारते हुए कहा की वो जानती है की मैं हूँ.

फिर वो मेरी तरफ पलट गई. उफफफ्फ़ उस दिन वो क्या लग रही थी! दिल कर रहा था यहीं पे चोद दू उसको. आज वो बिना बुरखा पहने आयी थी, उसने येल्लो कलर की लोंग सूट पहन रखी थी और वाइट लेगींस, जिस मे से उसकी बॉडी का पूरा आर्किटेक्चर सॉफ सॉफ दिख रहा था. उफ़फ्फ़ उसकी गॅंड तो बिल्कुल बाहर निकले हुए थे और मेरे लंड को अपनी तरफ खींच रहे थे. और उसकी बूब्स मेरे हातो को क़ाबू मे रखने पे मज़बूर कर रहे थे.

उसने आज हल्की मेकप की थी बट उसमे भी वो ग़ज़ब लग रही थी. उसके लाल लाल रसदार होठ मेरे होठ को अट्रॅक्ट कर रहे थे किस के लिए. बट किसी तरह मैने खुद पे क़ाबू पाया और फिर हम विक्टोरीया मेमोरियल के लिए निकल गये और कुछ ही पल मे हम दोनो वहाँ थे. हमने पूरा विक्टोरीया हातो मे हाथ डाले देखा और आख़िर मे हम दोनो पासवाले पार्क मे चले गये. उस पार्क मे सिर्फ़ कपल्स ही आते थे. मैं और साइमा एक झाड़ी के पीछे चुप कर बैठ गये. वहाँ से हम दोनो को कोई न्ही देख सकता था. पर हम दोनो किसी को भी आते देख सकते थे.

हर तरफ ताज़गी थी और ठंडी ठंडी हवा भी चल रही थी और कोई डिस्टर्ब करने वाला भी नही था. कुछ देर हम यूही इधर उधर की बाते करने लगे और इसी दौरान मैने उसके हाथ को अपने हाथ मे ले लिया. वो अब मुझे ही देख रही थी.

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उसका चेहरा मेरे चहरे के सामने था और मैं उसकी तरफ बढ़े जा रहा था और फिर उसकी होटो पे अपने होट को रख दिया. वो भी मेरे क़रीब आते गई और मेरा साथ भी देने लगी. फिर मैने अपने हाथ को उसकी बालो मे फसा लिया और उसको अपनी तरफ खिचने लगा. उसने भी मेरे बालो मे अपना हाथ घुमाना स्टार्ट कर दिया.

मैं उसके लिप्स को बिना किसी बात का फ़िक्र किए बस चूसे जा रहा था. कभी मैं उसकी ज़ुबान को अपनी ज़ुबान से टकराता, तो कभी उसकी होटो को अपने होटो से. कभी उस की ज़ुबान को चूस्ता, तो कभी उसकी लिप्स को दात से काटता. हम दोनो एक दूसरे को किस करने मे लगे हुए थे. तभी मेरा हाथ उसके बूब्स पर चला गया और मैने धीरे धीरे उसके बूब्स को प्रेस करने लग गया. उसने मुझे कुछ न्ही कहा. फिर हम दोनो ने किस करना बंद कर दिया.

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और देखा की कोई आ तो न्ही रा. पर सब कुछ सॉफ था. मैने फिर से उसके बूब्स को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया. उसके मूह से आहह आहह की मस्त आवाज़ आने लग गयी. फिर मैने उससे पूछा की मैं तुम्हारे टॉप मे हाथ डाल कर तुम्हारे बूब्स दबा दूं. उसने हन कह दिया और मैने झट से उसके टॉप मे हाथ डाला और उसके बूब्स प्रेस करने लग गया. जीतने सॉफ्ट बूब्स बाहर थे उससे काफ़ी ज़्यादा सॉफ्ट बूब्स अंदर से थे.

अब मैने उसकी चूत को जीन्स के उपर रगड़ना शुरू कर दिया. और वो बहुत गरम होने लग गयी थी. मैने उसकी जीन्स की ज़िप खोल दी और उसकी जीन्स मे हाथ डाल कर अंदर से चूत को रगड़ने लग गया. पूरी चूत पानी पानी हो चुकी थी. मैने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया. हम दोनो सेक्स के नशे मे खो चुके थे. हम दोनो पागलो की तरह एक दूसरे को चूस रहे थे.

कुछ ही देर बाद वो एक दम अकड़ गयी और उसकी चूत ने बहुत सारा पानी निकाल दिया. जिससे उसकी जीन्स तक गीली हो गयी. फिर हम दोनो एक दम शांत हो गये थे. मैं अपने घर आ गया और वो अपने घर. पर अब मैने उसकी चूत को अपना दीवाना बना दिया था. कुछ ही दिन बाद हम एक होटेल मे गये और मैने वहाँ पर जा कर उसे जम कर चोदा.

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