हेलो दोस्तो मेरा नाम तारिक़ है ओर ये मेरी पहली स्टोरी है. मै अपने बारे मे बता दू मै राजस्थान का रहने वाला हू मेरे घर मे मै मेरे अब्बा ओर मेरी अम्मी ही रहते है.
अब्बा का बिज़्नेस है तो वो अक्सर सिटी से बाहर रहते है तो घर मे मै ओर अम्मी ही रहते है. मेरी अम्मी का नाम नाज़िया है .
वैसे तो वो 40 की है बट खुद को मेनटेन किया हुआ है पर दिखने मे 25 की लगती है. फिगर एकदम क़यमत वाला 36-32-36 यू समझो सेक्स बॉम्ब. मै गोरा टॉल, मेरे लंड का साइज़ ज़्यादा नही 6 इंच है ओर मोटा 2 इंच बट जिसके साथ भी सेक्स करू उसका पानी निकाल दू.
अपनी सेक्स लाइफ को बनाये सुरक्षित, रखे अपने लंड और चुत की सफाई इनसे!
अब सीधे स्टोरी पे आता हू बात लगभग 3 साल पुरानी है अब्बा मीटिंग के लिए 5 दिन के लिए सिटी से बाहर गये हुए थे. बारिश का मौसम था हल्की हल्की ठंड होने लगी थी मै ओर अम्मी ही थे घर मे.
पहले मेरे दिमाग़ मे अम्मी को लकर् एसा कोई ख्याल नही था बट उस नाइट जब मै पानी पीने उठा तो देखा अम्मी की नाईटी जाँघ तक उपर है ओर उनका एक हाथ उनकी चुत के उपर. उनकी चिकनी टाँगे देख कर मेरा लंड एक दम से खड़ा हो गया.
मैने पानी पिया ओर बाथरूम मे जाके उस रात उनके नाम की मूठ मार ली. फिर मै अपने रूम मे अकर सो गया.
नेक्स्ट मॉर्निंग अम्मी अपने काम मे लगी हुई थी और मै उन्हे देखते हुए उन्हे चोदने का प्लान बना रा था की तभी अम्मी ने बोला की बेटा मेरे लिए मेडिकल से जाकर पेन किल्लर ला दे मेरा सिर दर्द कर रा है. मै गया ओर पेन किल्लर के साथ एक कॉंडम भी ले आया.
नाइट को डिन्नर के बाद जब हम सोने जा रहे थे तो मैने अम्मी को बोला के मुझे अपने रूम मे नींद नही आती ठीक से तो उन्होने मुझे अपने रूम मे बुला लिया. मै जानबूझ कर बिना चड्डी के ही अपना बॉक्सर पह्न कर आ गया ताकि नाइट मे काम हो सके. अम्मी और मै एक ही बेड पे सो रहे थे मेरा तो अम्मी की गांड देख कर बुरा हाल हो रा था बट डर भी लग रा था की कही कुछ उल्टा ना हो जाए. आप यह अम्मी की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।
फिर मै थोड़ी हिम्मत करके अम्मी मे चिपक गया ओर सोने का नाटक करने लगा. फिर जब अम्मी ने कुछ नही बोला तो मै अपना लंड बॉक्सर के अन्दर से ही उनकी गांड पे ह्ल्का ह्ल्का दबाने लगा. मुझे मज़ा भी आ रा था ओर मेरी गांड भी फट रही थी के कही अम्मी गुस्सा ना हो जाए.
अधिक कहानियाँ : माई स्वीट गर्लफ़्रेंड श्वेता
करीब 1 घंटे बाद मैने अम्मी की नाइटी धीरे धीरे उपर करना शुरू किया ओर उन्हे जाँघ तक नंगा कर दिया. उनकी जाँघ देख कर मै कंट्रोल खो रा था फिर मैने अपना बोक्षर नीचे किया ओर लंड को आज़ाद कर दिया. धीरे धीरे अब मैने अपना एक हाथ उनके पेट से होता हुआ बूब्स तक लेकर गया ओर थोड़ी देर अपना हाथ वही रखा. जब उन्होने कोई रेस्पोन्से नही दिया तो मै थोड़ा आगे सरक कर उनकी पीठ पे हल्की सी किस कर दी.
किस करते ही वो थोड़ी हिली तो मेरी गांड फट गई मैने जेसे ही अपना हाथ खींचा तो उन्होने करवट बदल ली. अब उनके बूब्स मेरे मुह के करीब थे एकदम. उनकी नाइटी डीप नेक होने से उनके बूब्स आधे दिख रहे थे उन्होने ब्रा भी नही पहनी हुई थी.
थोड़ी देर रुकने के बाद मैने अब अपना हाथ उनकी जाँघ पे फेरना सुरू किया. मेरे ऐसा करते ही उनकी साँसे धीरे धीरे तेज़ होने लगी मुझे पता चल चुका था की वो सोई नही है तो मेरी हिम्मत थोड़ी बड़ी ओर मैने अपना पूरा बॉक्सर निकल दिया.
अब मै अम्मी के साथ नंगा लेटा हुआ था पूरा. मैने हल्के से उनका हाथ उठा के अपने नंगे लंड पे रख दिया. वो एकदम से ह्ल्की सी चौकी बट नींद का नाटक करने की वजह से आँखे नही खोली.
मैने अब उनकी नाइटी को उनकी कमर तक उपर कर दिया ओर उनकी बड़ी सी गांड पे हाथ फेरने लगा और अपना मुह नाइटी के उपर से ही ह्ल्के ह्ल्के उनके बूब्स मे डाल दिया. मेरी इस हरकत से उन्होने अपनी आइज़ खोल ली ओर एकटक मुझे देखने लगी.
मुझे लगा मेरा काम ना बिगड़ जाए तो मेने जल्दी से अपना हाथ उनकी चड्डी मे डलकर उनकी चूत मे ज़ोर से घुसा दी. मेरा ऐसा करते ही उनकी सिसकारी निकल गई ओर वो मुझे बोली – मादर चोद आराम से मज़े लेकर कर, ज्लदबाज़ी किस बात की है. तुझसे ही चुड़ूँगी पूरी रात भर.
ये सुनते ही मेरा पूरा डर गायब हो गया और मैने उनकी नाइटी उतार दी, अब वो मेरे सामने सिर्फ़ चड्डी मे थी मै तो पागलो की तरह उनके बूब्स मे टूट पड़ा ओर वो भी मेरा सिर अपने बूब्स मे दबा रही थी.
मै एक बूब चूस्ता तो दूसरे को कुत्ते की तारह मसलता मेरा एसा करने से उनकी सिसकारिया तेज़ हो रही थी ओर वो अहह, उम्म्म्मह एयाया, कर रही थी. आप यह अम्मी की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।
दोनो बूब्स को चूसने के बाद मै उपर आया ओर उनके रसीले लिप्स चूसने लगा स्मूच करने लगा. जिसमे वो भी मेरा साथ दे रही थी. मैने अपनी ज़ीब उनके मूह मे गुसेड दी ओर उनकी ज़ीब को चूसने लगा.
हम ने लगभग 15 मिनिट तक यही किया फिर मैने उनकी चड्डी भी उतार दी अब उनकी क्लीन शेव चिकनी गुलाबी चूत मेरे सामने थी. मैने उनकी चूत को पहले किस किया फिर धीरे धीरे चाटना स्टार्ट किया.
उनकी सिसकी तेज़ हो गई वो अपने कोमल कोमल हाथो से मेरा टाइट लंड सहला रही थी उनका स्पर्श इतना मजेदार था के मै खुद पे कंट्रोल ही नही कर पाया और एक बार तो उनके हाथ पे ही मैने सारा माल निकाल दिया फिर भी मेरा लंड ढीला नही हुआ. मै इतना मदहोश हो चुका था चूत चाटने मे की जब उनकी चूत का पानी निकला तो मैने वो सारा पी लिया ओर चाटकर उनकी चूत साफ की.
अब उनसे रुका नही जा रा था वो बोल मदर्चोद चोद मुझे तेरे बाप को तो कमाने से फ़ुर्सत नही है कब से मूली गाजर डालकर और अपनी उंगली डालकर काम चला रही थी आज रात तू मुझे रंडी की तरह चोद कोई दया मत दिखा.
एसे चोद मुझे के मेरी चूत फट जाए मेरी प्यास भुजा दे मेरे बेटे चोद मुझे बना ले रखैल. तेरे लंड से ही चुदु जब भी तू चाहेगा जेसे तू चाहेगा जहा तू चाहेगा.
अधिक कहानियाँ : मेरी मुस्लिम भांजी की पहली चुदाई
मैने भी बिना कॉंडम पहने अपना लंड सेट किया उनकी चुद पे ओर अंदर दबाने लगा. मगर अम्मी की चुत टाइट थी बहुत टाइम से चुदी नही थी, तो अंदर ही नही जा पा रा था. तो मैने अम्मी की गांड के नीचे तकिया रखा ओर उनकी टाँगे चौड़ी करके उनकी चूत मे थूक लगाया. फिर अपने लंड पे थूक लगाया ओर लंड रगड़ने लगा. अम्मी मदहोश होकर आइज़ बंद करी हुई थी के तभी एक ज़ोरदार धकका मारा ओर मेरा आधा लंड मेरी मा की चूत मे घुस गया.
अम्मी तड़प गई उनकी आखो से आँसू निकलने लगे, वो मुझे गली देने लगी, मदर चोद जान निकल दी तेरे बाप ने भी इतनी बेरहमी नही दिखाई जेसे तूने डाला, हरामखोर रंडी की तरह भोसड़ा नही है मेरा .
मैने बोला उन्हे – साली थोड़ी देर पहले तो बोल रही थी चूत फाड़ दे अब क्या हुआ साली! रखैल बनना चाह रही थी ना तू तो मेरी आधे लंड मे ही मर गई बहनकीलोड़ी.
थोड़ी देर बाद जब वो नॉर्मल हुई तो मैने एक धकका ओर मारा मेरा पूरा लंड उनकी चूत चीरता हुआ अंदर गुस गया. वो मुझे धकेल रही थी बट मैने पकड़ नही छोड़ी ओर हल्के हल्के लंड अंदर बाहर करने लगा.
5 मिनिट बाद वो भी उच्छल उच्छल कर मज़े लेने लगी. आआहह साल्ले मातरचोड़ड़ अपणीईिइ माआ कीईइ चूत माअर ररहाअ है तेरी लुंदड़ ने मजाअ दीए दियाअ यारर.
मै भी उनकी बाते सुनकर जोश मे आए जा रहा था ओर अपने धके बदाए जा रा था. 30 मिनिट की चुदाई मे उन्होने 2 बार पानी छोड़ दिया था मेरा भी होने वाला था मेने पूछा कहा निकालु. आप यह अम्मी की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।
तो वो बोली अंदर ही डाल दे बहुत टाइम से चूत गीली नही हुई, तो मैने भी अपने धक्को की स्पीड बड़ाई ओर अपना गरमा गरम माल उनकी चूत मे निकल दिया ओर उनके उपर ऐसे ही पड़ा रा थोड़ी देर और किस करता रहा.
बठाये अपने लंड की ताकत! मालिस और शक्ति वर्धक गोलियों करे चुदाई का मज़ा दुगुना!
5 मिनिट मे लंड फिर तन गया उनकी तो जान ही निकल रही थी. वो बोली, तेरा तो फिर से खड़ा हो गया अभी तो गधे की तरह चोदा है फिर से चोदने के मूड मे आ गया क्या मदर्चोद.
मैने अपना लंड निकाला ओर उनके मूह मे डाल दिया ओर बोला बहनकीलोड़ी आज तू मेरी रॅंड है जेसे चाहूँगा ओर चोद दूँगा. मै अपना लंड उनके गले तक उतार रहा था और कुत्ते की तरह उनका मुह चोद रा था. 10 मिनिट बाद बिना बोले उनके मुह मे ही माल छोड़ दिया मैने उन्होने बिना कुछ बोले ही मेरा सारा माल पी लिया.
उस रात मैने अम्मी को 4 बार चोदा और अगले 4 दिन मे मैने उनकी गांड भी मारी ओर उनके ही ज़रिए मैने अपनी खाला की लड़की को भी चोदा.