हाय फ्रेंड्स मेरा नाम चंदन है. मैं जब 10थ मे था, तबसे मुझे पॉर्न मूवी देखने मे मज़ा आता था. मैं तो 10थ से ही लंड हिलाना शुरू कर दिया था, रोज हिलाता था. मैं तो वर्जिनिटी 11थ क्लास मे लूज़ कर दिया, जीएफ़ को चोद के. मैं एक रियल देसी सेक्स स्टोरी शेर करना चाहता हूँ.
मैं जब 12थ मे था तबकि बात है (उस समय मेरी उमर 18 साल थी). चाचा जी का घर हमारे घर से थोड़ी दूर मे था. ज़्यादा से ज़्यादा 1 किमी होगा. एक दिन अचानक चाचा जी को देल्ही जाना पड़ा. चाचा जी ने मुझे कॉल किया और बोले की रात को उनके घर पे सोने के लिए.
चाची का नाम नेहा है. देखने मे मस्त है. बूब्स तो मानो एक मिल्क का गोदाम, गॅंड उसे बढ़ कर. मैं पढ़ाई ख़तम करके खा पीके निकल पड़ा. चाचा जी का 1 लड़का है, जो 4 साल का है.
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जब घर पहुचा तो वो सो चुका था और चाची टीवी देख रही थी. मैं जब चाची को देखा तो दिमाग़ पूरा पागल हो गया. चाची एक वाइट कलर की नाइटी पहनी हुई थी और ब्रा नही पहनीति जिस के वजह से उनका निप्पल साफ पता चलता था. फिर मैं थोड़ा अपने आप को कंट्रोल किया और चाची से बात की कुछ देर बाद हमे नींद आने लगी.
चाची बोली की चलो सो जाते हैं. मैं कहा हाँ आप बेड पे सो जाइए, चिकू के साथ मैं सोफे पे सो जाता हू.
तो चाची बोली, कोई बात नही सब लोग बेड पे सो जाते है चलो. चिकू तो सो चुका था.
फिर चाची बोली एक बात बताओं, बुरा मत मान ना, मुझे रात को डर लगता है. इस लिए मैं बीच मे सौन्गि.
मैने कहा ठीक है कोई बात नही. फिर हम सब सो गये.
मुझे रात मे उठके के पिशब जाने का एक आदत है. जब मैं उठा और लाइट ऑन काइया, मैं पूरा पागल हो गया. मैं देखा की चाची का नाइटी पूरा उपर उठ चुका है और उनकी गॅंड मुझे साफ दिखाई दे रही थी. एक दम मस्त गॅंड था. मैं झट से जाके पिशब कर के आ गया चाची वैसी ही पड़ी थी. फिर मैं लाइट ऑफ कर दिया और उनके पास जाके सो गया.
फिर मैं अपना एक हाथ धीरे से उनके बूब्स पे रख दिया. क्या मस्त बूब्स था और धीरे धीरे दबाने लगा. फिर उनके नाइटी मे हाथ डाल के उनके निप्पल को टच करने लगा. बो बिल्कुल रिएक्ट नही कर रही थी.
मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था. फिर मैं अपना पैंट नीचे करके लंड को उनके गॅंड के बीच मे रख दिया. क्या मस्त फीलिंग था!
फिर मैं धीरे से अपना हाथ उनके गॅंड पे रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा. फिर उनके चुत की और हाथ बढ़ाने लगा और उनका चुत का होल मुझे मिल गया. इतना कुछ कर रहा था लेकिन उनका कोई रिएक्शण नही था.
फिर मैने थोड़ा सा थूक अपने लंड मे लगाया और थोड़ा उंगली मे लेके उनके चुत के होल मे डाला और उंगली को अंदर बाहर करने लगा.
4-5 बार अंदर बाहर करने के बाद उनका चुत गीला हो गया और अपना लंड चुत के होल मे घुसा दिया. लंड एक झटके अंदर चला गया चुत एक दम ढीला था.
मैने चोदना शुरू कर दिया फिर भी कोई रिएक्शण नही था. उनका मैं तो चोद ते जा रहा था, मैं तो उपर जन्नत मे घूम रहा था. फिर मैं ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.
डर का तो मानो ना नामे निशान नही था. फिर मुझे और ज़्यादा मज़े लेने के लिए, उनके चुत से लंड निकाल के उनके गॅंड चाटने लगा. गॅंड गीला कर के अपना लंड उनके गॅंड मे डाला. गॅंड एक दम टाइट था फिर मैं ज़ोर ज़ोर से चोदा. यह रिश्तों की चुदाई कहानी आप इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
फिर भी कोई रिएक्शण नही था. 10 मिनट चोदने के बाद, मैने सोचा की उनके उपर सोके चोदा जाए.
फिर मैने उनको ठीक से लेटा दिया और उनका पैर फैला दिया और चुत को चाटने लगा. क्या मस्त सॉल्टी था, मज़ा आ गया. फिर मैने अपना लंड उनके चूत मे डाल दिया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. उनका बूब्स को दबा रहा था और चूस रहा था और बीच बीच मे उनको किस भी कर रहा था.
10 – 15 मिनिट चोदने के बाद मेरा माल निकल ने ही वाला था. मैं उनका माउत को ओपन कर के सारा माल डाल दिया और वो सारा माल निगली. इतना सब हो गया पर चाची का कोई रिएक्शण नही था. मैने सोचा की इस का राज सुबह पता करते हैं और मैं सो गया.
सुबह जब हुई तो मैं चाची को गुड मॉर्निंग कहा. फिर मैने कहा की चाची आप को रात मे कुछ पता चलता है की नही.
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वो बोली क्यूँ क्या हुआ?
मैने कहा की रात मे चिकू आप को पिशाब जाने के लिए उठा रहा था पर आप उठी नही और वो मुझे उठाके लेके गया पिशाब के लिए.
तो आंटी बोली क्या करूँ मुझे रात को नींद नही होती, इसलिए मैं स्लीपिंग पिल्स लेती हू और मुझे कुछ पता भी नही चलता है. मैं तो मानो खुशी से पागल हो रहा था, मौके पे मौका जो मिलने वाला था.
फिर इस तरहा जब भी चाचा बाहर जाते हैं, मैं उनके घर जाता था. उनको रात भर लाइट लगा के चोदता था. एक दिन तो चाची का पीरियड्स चल रहा था, मुझे पता नही था. मैं जब रात को उनके नाइटी उठाके देखा, तो वो पैंटी पहनी हुई थी.
मैं थोड़ा सोच मे पड़ गया. चाची और पैंटी मैने थोड़ा नीचे किया तो उनका पॅड्स दिखाई दिया तब जाके मुझे पता चला की उनका पीरियड्स चल रहा हैं.
फिर क्या करू लंड तो सलामी ठोक रहा था. फिर मैं उनके बूब्स के बीच मे अपना लंड सेट कर के चोदने लगा सारा माल उनके माउत मे दे दिया.
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इस तरहा जब मौका मिलता है, मैं चोदता हूँ और मुझे सारी 30 एज के बड़ी औरतों को चोदने मे मज़ा आता है. अगली स्टोरी मे बताउन्गा की जीएफ़ की मॉम को मैने कैसे चोदा.
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