मेरी चूत चुदवाने की ललक

हेलो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपकी सहेली आयेशा आपके लिए हाजिर हूँ. मेरे प्यारे दोस्तो को खुश रखने का जिम्मा मेरा ही है तो मैं पीछे क्यो रहू. वैसे भी मेरे प्यारे दोस्तो की गर्मी है ही इतनी मस्त की मुझे अपनी कहानी के ज़रिए उनका पानी निकालने मे काफ़ी खुशी मिलती है. दोस्तों ये कहानी मेरी सहेली निशा की हे, तोह चलिए सुनते हे उसकी ही जुबानी

दोस्तो, मेरा नाम नीता है और अब मैं आपको अपनी फिगर बारे मे बता देती हूँ. ताकि आपको मेरी कहानी पड़ने मे काफ़ी मज़ा आए. तो चलिए अब मेरी फिगर के साथ-साथ ही कहानी पर भी चलते है.

मेरी फिगर 34-28-34 है. अब आप मेरी फिगर जान ही चुके हो. तो मेरा रंग और हाइट भी जान लो. मेरा रंग एक दम गोरा और मेरी हाइट 5’4 इंच है. मुझे देख कर सारे लड़के मुझ पर मरते है और मुझे अपनी दोस्त बनाने की कोशिश करते रहते है.

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ये सब देख कर मुझे अच्छा भी लगता है. दोस्तो, ऐसे ही अब मैं आपको अपनी कहानी बताने जा रही हूँ. जो की आज से 2 साल पुरानी है. उस समये मेरी उमर 20 साल की थी यानी की अब मैं 22 साल हूँ.

बात तब की है जब मैं देल्ही मे रहती थी. और सर्दियो मे मेरे पड़ोस मे यानी की सामने एक घर मे भैया की नयी नयी शादी हुई थी. और उनकी बीवी यानी की मेरी भाभी दिखने मे बहोत ज़्यादा सुंदर थी.

उनका एक दम भरा जिस्म, गोरा बदन देख कर तो मैं भी उन पर फिदा हो गई थी. और उनकी आवाज़ तो इतनी प्यारी है की मैं आपको बता नही सकती. मान करता है की बस सुनते ही जाओ और बस सुनते ही जाओ.

मैं उनके पास फ्री हो कर चली जाती थी. और उनसे खूब बाते मारती थी. बाते मरते वक़्त हम मस्ती मज़ाक भी करलिया करते थे और मैं उनकी खाना बनाने मे भी काफ़ी हेल्प कर दिया करती थी.

हम एक साथ मार्केट भी जाते थे और ऐसे एक साथ उठने बैठने से हमे काफ़ी अछा लगता था. पर हाँ दोस्तो मैने भाभी के मोबाइल मे एक ही नंबर से काफ़ी अच्छे अच्छे मेसेज देखे थे. मुझे लगा की उनकी सहेली ने किए होगे.

इसलिए मैने भी वो नंबर अपने फोन मे भी डाल लिया. और फिर घर जा कर उस नंबर पर मेसेज किया तो उधर से भी रिप्लाइ आया की कौन. तब मैने उन्हे अपने बारे मे बता दिया तो वो पहले चुप रही. और फिर मैने उससे पूछा तो पता चला की वो भैया के एक फ्रेंड है. आप यह अजनबी से चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।

ऐसा देख कर मैं थोड़ा हैरान हुई की भाभी इनसे बात करती थी. पर फिर मैने ये सब इग्नोर किया और तब उसने मुझे अपना नाम राज बताया. तब हमारी फोन पर बात होनी शुरू हो गई.

हमारी डेली ही बात होने लग गई. घंटी-घंटो हमारी बात होने लग गई. हम ऐसे ही सेक्सी बाते भी करने लग गये. और फिर हमने मिलने का प्रोग्राम बनाया. हमने एक दूसरे को कभी देखा भी नही था इसलिए कलर डिसाइड करके ड्रेस पहनने का डिसिशन लिया.

फिर मैने वाइट ड्रेस पेहेन ली. जिसमे मैं काफ़ी सुंदर लग रही थी और एक दम बेबी डॉल लग रही थी. टाइम डिसाइड हो रखा था इसलिए मैं उसी टाइम पर रेस्टोरेंट के बाहर पहुच गई. पर मुझे अच्छा नही लग रा था तो मैं अंदर जा कर बैठ उसका वेट करने लग गई.

10 मिनिट के इंतेज़ार के बाद एक काफ़ी हॅंडसम लड़का नेरी नज़रो के सामने आया. जिसे मैं देखती ही रह गई और फिर मैने उसकी ड्रेस की तरफ देखा और सोचा की ये वही राज है जिससे मैने मिलना था.

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फिर मैने उससे उसका नाम पूछा तो पता चला की यही राज है तो हम एक दूसरे को देख कर काफ़ी खुश हुए. फिर हम दोनो बैठ गये और हमने कॉफी का ऑर्डर दिया. और फिर कॉफी पीते हुए हम एक दूसरे से बाते करने लग गये.

हम एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे की देखते ही बस खा जाएँगे. फिर हम कुछ देर ऐसे ही बाते करने लग गये और फिर हम अपने घर को आ गये.

उस मुलाकात के बाद हमारे बीच फोन सेक्स भी होने लग गया. जो की मेरे लिए नया था और मुझे इसमे बहोत ही ज़्यादा मज़ा आ रा था. हमारा फोन सेक्स अब डेली होने लग गया था और इसी के चलते हमारी बाते भी ज़्यादा हो गई थी.

पर एक दिन राज ने मुझसे खा की बस अब हम होटेल जाएँगे. तो ये बात सुन कर मैं भी उसे माना नही कर सकी क्योकि ये मेरे लिए पहला एक्सपीरियेन्स था. और इस पहले एक्सपीरियेन्स के लिए मैं फ्टाफ़ट मान गई थी.

जब अगले दिन जाने का डिसाइड हो गया तो मैं बस वो दिन का इंतेज़ार किया और सुबह होते ही फ्टाफ़ट तैयार हो गई. अब उसने मुझे पिक किया और हम होटेल मे चलें गए. आप यह अजनबी से चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे।

वाहा पर पहुचते ही उसने मुझे बाहो मे भरा. और ऐसे करते ही मैं तो पानी पानी हो गई. मुझे ये सब काफ़ी अच्छा लग रा था इसलिए बस मज़े लेने लग गई.

अब उसने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे बिल्कुल ही नंगी कर दिया. मेरा चिकना जिस्म देख कर वो मेरे उपर फिदा हो गया और मुझे चाटने, चूसने लग गया. मुझे इस सब मे काफ़ी मज़ा आ रा था और फिर मैने भी उसके कपड़े उतार दिए.

कपड़े उतरते ही राज का 8 इंच लंबा लंड फनफनता हुआ बाहर आ गया और फिर उसने मेरे मुह मे डाल दिया. जिसे मैने बहोत ही मज़े से चूसा और जब उसका निकालने वाला हुआ तो मैने लंड को बाहर कर दिया.

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फिर क्या था, फिर तो मेरी चूत की बारी थी तो उसने मेरी टाँगे चौड़ा करी और लंड को चूत पर सेट कर के एक धक्का दिया. जिससे मेरी चीख निकल गई पर मैने अपना दर्द बर्दाश किया. और फिर लंड के मज़े लेने लग गई.

20 मिनिट की चुदाई मे मेरा और उसला एक साथ निकल गया. और फिर वो मुझे बहो मे भर कर वॉशरूम ले गया और वाहा हम ने साथ मे नहाया और कपड़े पहेन कर होटेल से चेक आउट किया.

अब जब भी मन होता है हम होटेल चले आते है.

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