मेरा नाम जय है. मुझे नागपुर से पुणे शिफ्ट हो के 6 साल हुए थे, कहानी लास्ट इयर की है और इस कहानी की हेरोयियन मेरी बड़ी कज़िन सोनिया है.
सोनिया की शादी हुए 10 साल हो गये थे. बट वो किसी भी तरह से दो बच्चो की मा नही लगती थी. उसकी एज 30 होगी बट उसने अपना फिगर एक्सर्साइज़ एरोबिक डॅन्स कर के बोहोत मेंटेंड रखा हुआ था.
सच कहु तो मै उसका बचपन से फॅन था. हमारी फॅमिली पास पास ही रहती और मै उस से 2 साल छोटा था. तो शादी से पहले मै उसके इर्द गिर्द मंडराता रहता था.
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मुझे बचपन से ही चुदाई का शौक था और मेरी नज़र मेरी इस कज़िन सोनिया पर थी. शादी से पहले मैने दो बार उसकी गोरी गांड और चूत देख ली थी चुपके से.
जब वो सो रही होती, तब मै धीरे से पास जा कर उसकी फ्रॉक उठा के अंदर झाकता था. उफ्फ क्या नज़ारा था वो क्या काहु दोस्तो! उस कुवारि चूत और गांड का, सालो साल उस नज़ारे को याद कर मैने मूठ मार क लंड 8½ इंच का कर रखा है. हा मेरा लंड 8½ इंच लंबा और मोटा है, क्युकि ये किसी भी लड़की भाभी आंटी के लिए जॅकपॉट से कम नही है.
मेरे जीजा नेवी मे है. तो साल के 6 महीने तो क्रू पर ही होते है और मेरी दी नागपुर मे अपने दो प्यारे बच्चो के साथ अकेले ही रहती है.
मै हमेशा फ.बि व्हातसपप और फोन कॉल के थ्रू सोनिया दी से कॉंटॅक्ट बनाए रखा है. क्या पता कब कहा क्या चान्स बन जाए चुदाई का.
हम अच्छे दोस्त भी थे, तो मै हमेशा उन के अकेले पन की आड़ ले कर उन्हे सिम्पथी दिखता, हुमेशा उनको उकसाता, कहता “कैसे मॅनेज करती है तू… बोर नही होता क्या तुझे… कोई दोस्त बना ले”
तो वो मुझे सारी बात खुल कर बोलती थी और हुमेशा न्यू न्यू एक्सर्साइज़स के टिप्स लेती थी. क्यू की मै रेग्युलर जिम जाता हू, तो मैने उसे रेग्युलर स्काउट करने की सलाह दी. जिस से उसकी गांड और भी शेप मे आ गये.
एक दिन मुझे सोनिया दी की कॉल आई कहती है, “जय मै और डिंपल पुणे आरहे है” (डिंपल मेरी भांजी है जो सबसे बड़ी दी की बड़ी बेटी है)
मै बोहोत खुश हुआ और पूछा तो पता चला की डिंपल को पुणे के कॉलेज मे अड्मिशन मिल गया है, तो उसका होस्टेल मेस और ट्रांसपोर्ट का सेटल करने के लिए सोनिया दी उसके साथ आने वाली थी. किसी भी बहाने से ही सही.
मै सोनिया दी से मिलने के लिए बोहोत बेकरार था. सोनिया दी बोहोत सुंदर थी, उसके सामने तो 17 साल की डिंपल भी चाय कम पानी थी. सोनिया दी तीखे नयन नक्श फेयर और सेक्सी फिगर की मालकिन, उसे देख के तो किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
बच्चो के स्कूल होने के वजह से सिर्फ़ दो दिन ही रहेगी उसने बताया, फ्राइडे रात के 8.30 की स्लीपर कोच बुक हुई, सॅटर्डे सनडे मेरी छुट्टी होने के वजह से उनकी मेहमान नवाज़ी मे कोई खलल नही आएगा ऐसा प्लान किया.
अब मै सॅटर्डे सुबह 9 बजे का उनका अराइविंग टाइम का इंतज़ार करने लगा. रात भर सोनिया दी से मिलने की खुशी मे सो नही पाया. सुबह 7 बजते ही इक्साइट्मन्ट मे कॉल किया की कन्फर्म कर लू कहा तक पहुंचे, तो बाद न्यूज़ मिली की बस बीच रास्ते मे पंचर हुई 1 घंटा वाहा लेट हुआ. उसके बाद दो बारी बस बंद पड़ गयी, तो अभी और लेट होगा आने मे.
मेरा बोहोत मूड ऑफ हुआ. दोपहर के 12 बाज गये थे और अब भी वो औरंगाबाद भी नही पहुंचे थे. मै फ़्लैट् पर वापस आ गया और अपनी किस्मत को कोसने लगा. अभी और 5 घंटे थे उनको आने मे, जैसे तैसे वो बस रात को 9 बजे पुणे पहुची. मै उन्हे लेने बाइक पर पहुचा, तो हम ट्रिपल सीट फ़्लैट् तक आए.
खराब और 20 घंटे लंबा थका देने वाला सफ़र होने की वजह से दोनो बुरी तरह से थक गये थे. मैने उन्हे फ्रेश होने को कहा और मैने ऑनलाइन जोमैटो से खाना ऑर्डर कर दिया. दोनो भी बुरी तरह थके हुए थे तो ठीक से बात भी नही कर पा रही थी.
बट मै बोहोत खुश था सोनिया दी को पूरे एक साल बाद देख रहा था. बिल्कुल भी चेंज नही लग रहा था उसमे, वैसे ही कर्वी फिगर और चेहरे पर वही 20 साल की लौंडिया वाला चार्म.
दोनो भी फ़्लैट् पर आते ही, बेड पर गिर पड़ी. मैने उन्हे फ्रेश होने क लिए फोर्स किया, कहा “सोनिया दी प्लीज़ जाओ जाके शावर ले लो यू’ विल फील बेटर” वो मान गयी और फ्रेश होने बाथरूम चली गयी. मै बाहर ही इंतज़ार कर रहा था, पर डिंपल सोफे पर ही सो गई, उसे तो कोई होश ही नही था. आप यह भाई बहन चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
10 बाज चुके थे ऑर्डर किया हुआ खाना आ गया था. मैने डिंपल को खाना खाने के लिए उठाया, तो उसने तबीयत का बहाना कर फिर सो गयी. अब मै बाहर बातरूम के डोर पे नज़रे गढ़ाए बैठा था की सोनिया दी एक टी-शर्ट और नीचे टावल बँधे बाहर आई. उफ़फ्फ़… क्या लग रही थी वो! क्या बताऊँ दोस्तो… मै तो देखते ही रह गया. उसके गीले बाल और चमकते बदन को, टावल भी घुटनो से उपर तक पह्न रखा था. तो मेरा तो हाल बेहाल था, उसकी गोरी टाँगे देख कर.
मैने जैसे तैसे डिन्नर लगाया और हम दोनो ने खाना शुरू किया. बैचलर होने क वजह से फ़्लैट् मे फर्निचर लिमिटेड ही है, तो हम बेड पर ही खाना खाने लगे. मेरी प्यारी सुंदर सेक्सी सोनिया दी के साथ इतनी रात को एक बेड पर मेरे लिए सपने से कम नही था.
डिंपल अब उस सोफे पर ऐसे सो गयी थी की उठने का कोई चान्स ही नही था. सोनिया दी ने सोने की जल्दिबाजी मे डिन्नर निपटा लिया. जब तक मै सब समेटता तब टके दी ने मेरे ही सामने पर्पल कलर की लॅगिंग पह्न ली और पेट के बाल बेड पर जा गिरी.
मै कहा शांत बैठने वाला था, मैने पुछ तच्छ जारी रखी तो सोनिया दी ने बोला की “मेरा बदन बोहोत दर्द कर रा है तो कोई पेन किल्लर है तो दे दो.”
मैने कहा “दी पेन किल्लर तो नही है” और उसकी साइड जा कर उसके करीब बैठ गया. बिना किसी पर्मिशन के उसके पीठ पर हाथ से मसाज देना शुरू किया. बोहोत ही सेक्सी लग रही थी उस वक़्त वो तो, मैने पीठ से धीरे धीरे हाथ कमर पर ले गया पर वो चुप ही रही, शायद मसाज से उसे तोड़ा आराम महसूस हुआ हो.
उसकी शांति का फ़ायदा उठाते हुए मैने दोनो हाथो से मसाज शुरू कर दी. मेरा लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था. मुझे और आगे बढ़ना था, तो मै दी के कानो मे धीरे से बोला दी कमर पर तेल से मालिश कर दू? तुझे और भी आराम मिलेगा.
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उसने कहा “थॅंक यू सो मच जय तू बोहोत अच्छा है, तेरे हाथो मे जादू है” प्लीज़ ज़रा तेल लगा दे.
तो मै झट से उठा सबसे पहले लाइट बंद कर के ज़ीरो लॅंप जला दी और मै जीन्स उतार कर बॉक्सर पे आ गया. दी वैसे ही पड़ी हुई थी, आखे बंद कर रखी थी.
मैने हिम्मत की और दी की गोल गोल गांड पर लंड सेट कर के बैठ गया और टी-शर्ट को थोडा उपर कर दी की गोरी चिकनी स्लिम्म कमर पर तेल से मालिश करने लगा.
दी के मुह से निकला ”वाहह मेरे शेर क्या बात है!” मुझे तो समझ नही आया की उसकी ये तारीफ मेरी मसाज स्किल के लिए थी या उसकी गांड पर मेरे 8½ इंच बड़े लंड के टच के लिए थी. मै धीरे धीरे मसाज के बहाने उसकी टी-शर्ट और ब्रा उतार दी और उसकी नंगी पीठ से कमर तक के अपने गरम हाथो से मसाज देने लगा.
दी पर भी मस्ती छा गयी थी. मैने मसाज जारी रखते हुए, दी की लॅगिंग नीचे कर दी. तो दी ने भी सपोर्ट मे अपनी गांड उपर उठा कर चुदाई के लिए अपनी सहमति दिखा दी. मै तो ज़ीरो लॅंप मे अपने सपनो की रानी सोनिया दी की गांड देख रा था. ब्राउन कलर की चड्डी पहन रखी थी, जिस पर फ्लवर्स डिज़ाइन थे.
मैने जल्दबाज़ी ना दिखाते हुए, दी की सॉफ्ट चिकनी गांड पर चड्डी पर से मालिश जारी रखी. दी को भी मज़ा आरहा था, वो भी मौन करना सुरू कर दिया, डिंपल पास ही सोफे पर सो रही थी तो दी मज़े लेते हुए ”वॉववव… आहह… आवेसोंम्म…” खुस्फुसा कर रही थी.
मैने हिम्मत कर के, दी की चड्डी भी नीचे सरका दी. अब क्या बताऊँ दोस्तो दी की गांड तो थी ही आसम… बट मुझे उसकी चूत के भी दर्शन हो गये, क्यू की उसने अपनी गांड उठा ली थी. आप यह भाई बहन चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
अब मेरा कंट्रोल छूट गया और मैने दी की गांड को दोनो हाथो से फैला कर अपना मुह घुसा दिया और कुत्ते की तारह चाटने लगा. गांड को गीली कर उसमे उंगली डाल कर अपनी उंगलिया चाटने लगा. क्या खुस्बु थी उसके बदन की आइ कॅंट एक्सप्लेन इन वर्ड्स. दी को सीधा किया और 69 की पोज़िशन मे दी की चिकनी शेव्ड चूत चाटने लगा.
बट दी ने मुझे सर्प्राइज़ किया, जब मेरा लंड दी ने अपनी मुह मे ले कर चूमना चाटना काटना चूसना सुरू कर दिया. मेरी तो खुशी का ठिकाना ही नही रहा. दी की टेस्टी जुयसी चूत, टेस्टी गांड, रसीले होठ और जादुई टॅंग एक साथ, दी तो चुदाई मे किसी पॉर्न स्टार से कम नही लग रही थी.
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मुझे तो मानो जन्नत मिल गयी थी. ये खेल करीब ½ घंटा चला. शूकर है मै जल्दी झड़आ नही. जैसे ही दी की गीली चूत मे लंड डाला, दी दर्द के मारे चिल्ला उठी और हम एक दूसरे से लिपट गये. मै जब शॉट दे रहा था, तब दी कहती है ”काश तेरे जीजू का भी इतना बड़ा होता”.
मैने हस्ते हुए पूछा “क्या?” और उसकी नशीली आँखो मे आँखे डाल के उसके मुह से सुनना चाहता था की वो बोल पड़ी “जयययययी क्या मस्त लंड है तेरााा” और कस के पकड़ लिया मुझे, और मैने सारा पानी उसकी चूत के अंदर छोड़ दिया.
दोस्तों, आपको मेरी और मेरे कजिन दी की चुदाई कहानी किसी लगी, मुझे कमेंट करके जरूर बताना.
Hi