दोस्तों, में राज इस कहानी का आखिरी भाग लेकर हाजिर हु. जैसा की आपने पढ़ा कितनी मेहनत के बाद भाभी मुझसे चुदने को राज़ी हो गयी. कहनी के पिछले भाग में पढ़िए, कैसे मेने भाभी की चुदाई शरू की – राज और जवान भाभी – Part 4
अब आगे…
भाभी ने कहा – वो कैसे, तेरा तो पूरा अन्दर घुस ही चुका है।
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मैंने कहा – कभी गाण्ड मरवायी है।
वो बोली – कभी नहीं।
मैंने कहा – गाण्ड मरवाने के लिये तैयार हो।
वो बोली – एकदम तैयार हूँ।
मैंने कहा – कहो तो एक ही बार में पूरा का पूरा लण्ड तुम्हारी गाण्ड में घुसा कर दिखा दूं।
वो बोली – दिखा दे।
मैंने कहा – बहुत चिल्लाओगी।
वो बोली – चिल्लाने दे ना।
मैंने कहा – बहुत दर्द होगा।
वो बोली – होने दे ना।
मैंने अपना लण्ड उनकी चूत से बाहर निकाला। मेरा लण्ड भाभी कि चूत के ज्यूस एकदम भीगा हुअ था। मैंने भाभी कि चूत पर से थोड़ा सा ज्यूस उनकी गाण्ड के छेद पर लगा दिया। उसके बाद मैंने अपने लण्ड का सुपाड़ा उनकी गाण्ड के छेद पर रख दिया और कहा – तैयार हो जाओ।
वो बोली – मैं तैयार हूँ।
मैंने एक धक्का मारा तो वो जोर से चीखी। मेरे लण्ड का सुपाड़ा उनकी गाण्ड में घुस गया था। मैंने दूसरा धक्का मारा तो मेरा लण्ड उनकी गाण्ड को चीरता हुआ 3′ तक अन्दर घुस गया। वो जोर जोर से चिल्लाने लगी। मैंने तीसरा धक्का मारा तो उनकी गाण्ड से खून निकल आया और मेरा लण्ड उनकी गाण्ड में 5′ अन्दर घुस गया।
मैं रुका नहीं। मैंने बहुत जोरदर 2 धक्के और लगा दिये तो पूरा का पूरा लण्ड उनकी गाण्ड में समा गया। वो जोर जोर से चिल्ला रही थी और उनकी आंखो से आंसू निकल आये। दर्द के मारे उनका बुरा हाल हो रहा था। मैंने उनकी गाण्ड मारनी शुरु कर दी।
थोड़ी देर तक वो चिल्लाती रही फिर धीरे धीरे शान्त हो गयी। 5 मिनट में ही भाभी को मज़ा भी आने लगा। मैंने पूछा, अब क्या ख्याल है।
वो बोली – तू तो बहुत ही खराब आदमी है।
मैंने कहा – क्यों, मज़ा नहीं आया?
वो बोली – मज़ा तो आया लेकिन दर्द भी तो हुआ।
मैंने कहा – वो तो होना ही था लेकिन जितना होना चाहीये था उतना तो नहीं हुआ होगा।
वो बोली – और जोर जोर से धक्के लगा।
मैंने कहा – वो तो लगाऊँगा ही।
मैंने और ज्यादा जोर जोर के धक्के लगने शुरु कर दिये। थोड़ी ही देर में भाभी एकदम मस्त हो गयी। 10 मिनट तक उनकी गाण्ड मारने के बाद मैंने अपना लण्ड उनकी गाण्ड से निकल कर उनकी चूत में डाल दिया और उनकी चुदायी शुरु कर दी।
5 मिनट में ही भाभी फिर से झड़ गयी और बोली – कितनी बार मेरी चूत का पानी निकलेगा।
मैंने कहा – तुम देखती जाओ।
मैंने उनकी चूत से अपना लण्ड निकल कर उनकी गाण्ड में डाल दिया। 5 मिनट गाण्ड मरने के बाद मैंने फिर से उनकी चुदायी शुरु कर दी। 10 मिनट कि चुदायी में ही वो फिर से झड़ गयी तो मैंने उनकी गाण्ड मारनी शुरु कर दी।
भाभी बोली – लगता है कि तू आज मेरी चूत का भुरता बना देगा।
मैंने कहा – इसी को तो असली चुदायी कहते हैं।
वो बोली – वो तो मैं आज समझ ही गयी क्यों कि तेरा दोस्त ने तो मुझे ज्यादा से ज्यादा 15 मिनट तक ही चोदा था।
मैंने कहा – देखती जाओ, अभी तो मैं बहुत देर तक चोदने वाला हूँ।
5 मिनट तक उनकी गाण्ड मारने के बाद मैंने फिर से उनकी चुदायी शुरु कर दी। 10 मिनट में ही भाभी फिर से झड़ गयी और बोली – अब रहने दे, मैं एकदम थक गयी हूँ।
मैंने पूछा – नानी याद आयी या नहीं।
वो बोली – नानी की बात कर रहा है तू, मुझे तो नानी कि मम्मी भी याद आ गयी, अब रहने दे।
मैंने कहा – अभी मेरे लण्ड का पानी कहाँ निकला है।
वो बोली – फिर जल्दी से निकाल।
मैंने कहा – वो मेरे बस में नहीं है।
वो बोली – फिर किस के बस में है।
मैंने कहा – तुम्हारे।
वो बोली – मैं क्या कर सकती हूँ?
मैंने कहा – तुम भी नीचे से धक्का लगओ।
वो बोली – तूने तो मेरा पैर जोर से पकड़ रखा है। मेरा पैर छोड़ेगा तब ही तो धक्के लगाऊँगी।
मैंने भाभी के पैर छोड़ दिये तो उन्होंने भी अपना चूतड़ उठा उठा कर चुदवाना शुरु कर दिया। मैंने और ज्यादा जोर जोर के धक्के लगने शुरु कर दिये।
10 मिनट की चुदायी के बाद मैं झड़ गया। वो भी मेरे साथ ही साथ फिर से झड़ गयी। मैंने अपना लण्ड उनकी चूत से बहर निकला और हट गया। वो बोली – तेरा लण्ड तो बहुत ही खतरनाक है।
मैंने कहा – तुमने ही तो इसे तेल लगा लगा कर इतना खतरनाक बनया है। मैं तुम्हारी दोनो बहनो को भी ऐसे ही चोदुंगा।
वो बोली – जरूर चोदना लेकिन मुझे आज चुदवाने में जो मज़ा आया है ऐसा मज़ा कभी नहीं आया था। मैं तो आज दोबारा चुदवाने के लायक ही नहीं रही।
मैंने कहा – मैं तो आज कम से कम 2 बार और चोदुंगा।
वो बोली – अच्छा बाबा, चोद लेना। लेकिन तू ये तो बता कि तुझे झड़ने में इतनी देर क्यों लगती है।
मैंने कहा – किसी से कहोगी तो नहीं।
वो बोली – बिल्कुल नहीं।
मैंने कहा – तुम मेरे लण्ड पर तेल लगा कर कितनी देर मालिश करती थी।
वो बोली – 15-20 मिनट।
मैंने कहा – जब मैं तुम्हें चोद रहा था तो 15-20 मिन तक तो मुझे यही लग रहा था कि मेरे लण्ड कि मालिश हो रही है। उसके बाद मुझे धीरे धीरे जोश आना शुरु हुआ। लगभग 15 मिन के बाद मैं पूरे जोश में आ गया। जोश में आने के बाद मैंने 20-25 मिनट तक ही तो तुम्हारी चुदायी की।
वो बोली – अब मैं समझी कि तू इतनी देर तक कैसे चोद पाता है।
मैंने उस दिन भाभी को 2 बार और चोदा। अगले 3 महीने तक मैं भाभी की चुदायी करता रहा और उनकी गाण्ड भी मारता रहा।
एक दिन भाभी बोली – बच्चा नहीं पैदा करना है।
मैंने कहा – करना क्यों नहीं है।
वो बोली – अगर तुझे पूरा मज़ा मिल गया हो तो मैं पिल्स लेना बन्द कर दून।
मैंने कहा – ठीक है, बन्द कर दो।
भाभी ने पिल्स लेनी बन्द कर दी। लगभग 40 दिन गुजर गये लेकिन उनको महीना नहीं आया। डॉक्टर के पास जाने पर पता चला कि वो माँ बनने वाली है। भाभी बहुत खुश हो गयी।
उन्होंने घर आ कर ये बात भैया को बतायी तो भैया बहुत ही खुश हो गये और बोले – मैं कहता था ना कि राज से काम चला लो, बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं है।
भाभी ने कहा – सोरी, मुझे माफ़ कर दो। मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी।
भैया ने कहा – जब बच्चा पैदा हो जायेगा तब ही मैं तुम्हें माफ़ करुंगा।
भाभी ने घर का काम करने के लिये एक नौकरानी रख ली। उसका नाम मधु था और उसकी उमर लगभग 35 साल की थी। मैंने भाभी से कहा – तुमने ये क्या किया! जवान नौकरानी रखती तो मेरा काम भी हो जाता।
भाभी बोली – अब कुछ दिन आराम कर लो वरना सेहत खराब हो जायेगी। समय पूरा हो जाने के बाद भाभी को जुड़वां बच्चे पैदा हुये। उन दोनो कि शकल मेरे जैसी ही थी। भैया बहुत खुश हो गये।
भाभी ने भैया के पैर पकड़ लिये और कहा – अब तो मुझे माफ़ कर दो। भैया ने भाभी के माथे को चूम लिया और कहा – मैंने आज तुम्हारी सारी गलती माफ़ कर दी। अब तो खुश हो जाओ।
भाभी ने कहा – अब तो मैं बहुत खुश हूँ।
भैया ने कहा – एक बात और है।
भाभी ने कहा – कहिये।
भैया ने कहा – जब घर में ही अच्छा खाना मिल रहा हो तो होटल जाने की क्या जरूरत है! समझ रही हो ना मेरी बात।
भाभी ने मेरी तरफ़ देखा और मुसकुराने लगी। मैं शरमा गया। भैया जब कमरे से बाहर जाने लगे तो बड़े प्यार से मेरे गाल पर हलकी सी चपत लगा गये। आज जिन्दगी में पहली बार भैया मेरे साथ प्यार से पेश आये थे।
1 महीने के बाद बच्चे की खुशी में घर पर दावत थी। भाभी की दोनो बहने रीना और टीना भी आयी थी। उस दिन तो मेहमानो कि धूम रही। दूसरे दिन रीना और तीना को छोड़ कर सारे मेहमान चले गये। दोपहर में हम सब आपस में हंसी मजाक कर रहे थे। तभी भैया बोले, मैं मारकेट जा रहा हूँ, कुछ काम है। शाम तक आ जाऊँगा।
भैया मारकेट चले गये। उनके जाने के बाद मैं भाभी के बगल में बैठ गया। रीना और टीना मुझसे हंसी मजाक करने लगी। तभी भाभी उन दोनो को पंडित जी कि कही हुयी बात बताने लगी। मैं तुरन्त उठ कर खड़ा हो गया और भाभी से कहा – तुम लोग बातें करो मैं बाहर जा रहा हूँ। भाभी ने शरारत भरे अन्दाज़ मैं कहा – मेरे प्यारे प्यारे बच्चो के पापा जी, चुपचाप बैठ जाओ, वरना…
मैंने कहा – वरना क्या।
वो बोली – वरना बहुत मारूंगी।
मैंने कहा – एक तरफ़ तो अपने बच्चो का पापा कहती हो और दूसरी तरफ़ मारने की धमकी भी देती हो। ये बहुत गलत बात है।
भाभी ने कहा – मेरी दोनो बात सही है। तू मेरे बच्चो का पापा भी है और मेरा देवर भी। मैं तुझे भाभी के हक से मारूंगी भी। चुपचाप बैठ जा। मैं भाभी के पास बैठ गया।
भाभी ने पंडित जी कि सारी बात रीना और टीना को बता दी। उन्होंने शिव और महमूद के बारे में भी उन दोनो को बता दिया। भाभी बोली – लेकिन पंडित जी कि ये बात मेरी समझ में नहीं आयी कि टीना की जिन्दगी में 19 मरद और कहाँ से आयेंगे। मुझे तो पंडित जी कि ये बात सही नहीं लगती। तभी टीना भाभी से लिपट कर रोने लगी। भाभी ने पूछा – तुझे क्या हुआ? वो रोते हुये कहने लगी कि पंडित जी कि बात एकदम सही है।
6 महीने पहले कि बात है। एक दिन मैं शहर से जा रही थी। रास्ते में अचानक मेरी तबियत खराब हो गयी। अन्धेरा होने लगा तो मैं एकदम परेशान हो गयी। तभी मुझे एक बस आती दिखायी दी। मैंने बस वाले को रुकने का इशारा किया तो बस रुक गयी। मैं बस में चढ गयी। उस बस में फ़ुटबॉल के 16 खिलाड़ी थे। उन खिलाड़ियों के साथ उनका कोच भी था। बुस में एक क्लीनर भी था। वो कुल मिलकर 19 लोग थे। लगभग 30 मिनट के बाद एकदम अन्धेरा हो गया तो उन्होंने एक सुनसान जगह पर बस रोक दी। उसके बाद उन सब ने मेरे साथ एक एक कर के…… इतना कह कर टीना जोर जोर से रोने लगी।
रीना और भाभी ने तीना को समझा बुझा कर चुप कराया।
उसके बाद हम इधर उधर कि बातें करने लगे। एक घन्टे में टीना एकदम नोरमल हो गयी। वो फिर से हंसी मजाक करने लगी। टीना और रीना मुझसे पहले से ही एकदम खुल कर बात करती थी और मुझसे छेड़छाड़ करती रहती थी। थोड़ी देर बाद टीना मेरी तरफ़ इशारा करते हुये बोली – मेरी जिन्दगी में 20 मरद तो आ गये, आज इसका नम्बर है। मेरी शादी को भी इतने साल गुजर गये लेकिन मैं मां नहीं बन पायी। दीदी, तुम इस से कह दो कि ये मुझे भी मां बना दे।
भाभी ने कहा – तू तो कल घर चली जायेगी। एक दिन में ही ये तुझे कैसे माँ बनायेगा।
टीना बोली – फिर मैं एक महीने तक यहीं रुक जाती हूँ। क्यों कि जब मैं यहाँ आयी थी उसके 3 दिन पहले ही मैंने नहाया था और तब से मैं उनके साथ सोयी नहीं।
मैंने मजाक करते हुये कहा – तुम तो बहुत ही गन्दी औरत हो। इतने दिन हो गये और तुमने नहाया ही नहीं। टीना ने मेरे गाल जोर से काट लिये और बोली- बुद्धू, मैं रोज रोज नहाने वाली बात थोड़े ही कर रही हूँ। भाभी और रीना हसने लगे।
भाभी ने रीना से पूछा – मां बनने के बारे में तेरा क्या ख्याल है?
रीना बोली – तेरे पति कि तरह से ही मेरे पति का लण्ड भी एकदम छोटा है और वो भी 2 मिनट में ही झड़ जाते हैं। तूने अभी बताया था कि इसका लण्ड बहुत ही लम्बा और मोटा है। अगर मैंने इस से कराया तो मेरे पति को पता चल जायेगा, फिर मैं उन्हें क्या जवाब दूंगी। मुझे तू ऐसे ही रहने दे।
भाभी ने कहा – पंडित जी बात गलत नहीं हो सकती। आज ना सही देर सबेर तू भी इसके बच्चे कि ही माँ बनेगी।
रीना बोली – देखा जायेगा।
टीना बोली – दीदी, तुमने बताया था कि ये बहुत ही अच्छी तरह से चोदता है। मैं तो पूरे जोश में आ गयी हूँ और मेरी चूत भी गीली हो चुकी है। इसके पहले कि जीजू बाजार से वापस आ जायेन मैं इसे दूसरे कमरे में ले जाती हूँ और कम से कम एक बार तो मज़ा ले ही लेती हूँ।
मैंने मजाक किया, क्यों, अपनी दीदी के सामने शरम आती है। वो बोली – भला मुझे क्यों शरम आने लगी। अगर तेरे में हिम्मत है तो मुझे चोद कर दिखा दीदी के सामने।
भाभी ने कहा – टीना, इसे चैलेन्ज मत कर, ये बहुत ही खराब आदमी है। ये तुझे हमारे सामने भी चोद सकता है।
टीना बोली – मैं इसे बरसों से जानती हूँ। इसमें इतनी हिम्मत नहीं है। दीदी, तुम्हें याद है ना जब तुम्हारे कहने पर मैंने एक बार इसके लण्ड पर तेल लगाया था ये कितना शरमा रहा था। ये मुझे तुम सब के सामने नहीं चोद सकता।
मैंने भाभी से कहा – इसे समझा दो, नहीं तो मैं इसे यहीन पर चोद दूनगा।
तीना ने मुझे चिधते हुये कहा – रहने दे, रहने दे।
मैंने भाभी से कहा – समझाओ इसे, नहीं तो गड़बड़ हो जायेगी।
टीना बोली – क्या गड़बड़ करेगा तू।
मैंने कहा – मैं अभी बताता हूँ इसे।
मैं पहले से ही जोश में आ चुका था और मेरा लण्ड भी खड़ा हो चुका था। मैंने अपनी लुन्गी उतार कर फेक दी और भाभी और रीना के सामने ही टीना को पटक दिया। उसके बाद मैंने रीना का पेटीकोट उठा कर एक ही धक्के में अपना पूरा का पूरा लण्ड उसकी चूत में घुसेड़ दिया। रीना शरमा गयी और उसने अपना मुँह दूसरी तरफ़ कर लिया लेकिन भाभी मुझे देखती रही। उन्होंने मुझे इशारा कर दिया कि मैं अपना काम जारी रखूं।
मैंने टीना की चुदायी शुरु कर दी। 2 मिनट में ही टीना पूरी मस्ती में आ गयी। उसने मुझसे चूतड़ उठा उठा कर चुदवाना शुरु कर दिया। मैंने भी उसे पूरे जोश और ताकत के साथ खूब जोर जोर के धक्के लगाते हुये चोदना शुरु कर दिया।
20-25 मिनट कि चुदायी के बाद टीना बोली – ओह राज, तुमने तो मुझे इतनी देर में ही एकदम पागल कर दिया है। मैं 2 बार झड़ भी चुकी हूँ, अब रहने भी दो।
मैंने कहा – टीना रानी, ये तो शुरुआत है, अभी तो बहुत देर लगेगी।
बठाये अपने लंड की ताकत! मालिस और शक्ति वर्धक गोलियों करे चुदाई का मज़ा दुगुना!
भाभी बोली – मैं कह रही थी ना कि इसे चैलेन्ज मत कर लेकिन तू नहीं मानी, अब भुगतो।
दोस्तों, आशा करता हु आपको मेरी स्टोरी सुनके मज़ा आया होगा और लड़को के लंड का पानी निकला गया होगा और लड़कियों की चुत गीली हो गयी होगी।
मिलते हे अगली कहानी में तब तक के लिए इंडियन एडल्ट स्टोरी पढ़ते रहिये और हिलाते रहिये.