हाय! आय ऍम राजेश जिंदल, मैं आज आप को अपनी लाइफ़ की पहली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं. मैं गुड़गांव में रहता हूं.
ये बात उस टाइम की है जब हमारे पड़ोस मैं एक नई लड़की अपने मामा के यहाँ रहने आयी. उस का नाम कविता था. वो बिहार की रहने वाली थी, उसका रंग सांवला था पर उसके बूब्स एक दम सेब की तरह टाइट थे. उसके कूल्हे मस्त थे जब वो चलती थी तो उसके कूल्हों की उठा पटक देख कर गली के लड़कों के लंड चैन तोड़ने के लिये बेकरार हो जाते थे.
वो कभी कभी हमारे घर टीवी पर मूवी देखने आ जाती थी. जब वो हमारे यहाँ आती थी तो मेरी नजरें सिर्फ़ उसके कूल्हों पर ही रहती थी. उसके बूब्स उसकी चोली को फाड़ने के लिये बेबस होते नजर आते थे. एक दिन हमारे घर के सभी लोग एक शादी में गये थे. कविता के घर वाले बिहार गये हुए थे. वो जाने से पहले कविता को हमारे घर ही रात को सोने के लिये बोल कर गये थे.
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उस दिन जब वो हमारे यहाँ आयी तब मैं अपने घर में इंगलिश मूवी देख रहा था, वो चुपचाप आकर मेरे पीछे खड़ी हो गई मैंने उसे नहीं देखा, मूवी में चूदाई का सीन आ रहा था लड़का अपना लंड लड़की की गांड में दे कर चूदाई का मजा लूट रहा था, मैं भी अपने मोटे लंड को हाथों में लेकर बैठा था, मेरा लौड़ा टाइट होता जा रहा था.
एक दम मेरे पीछे रखे गिलास की आवाज आयी तो मैंने घूम कर देखा तो कविता मेरे पीछे खड़ी मूवी को बड़े ध्यान से देख रही थी, उसकी आंखें बिल्कुल लाल हो रही थी. मैंने जल्दी से पास पड़े टावेल को उठा कर अपने लौड़े पर डाल लिया.
वो भी सकपका गई, मैंने उसको अपने पास बैठने के लिये बोला तो वो आकर बैठ गई, मैंने उससे पूछा कि तुम कब आयी तो वो शरमाते हुए बोली कि जब हीरो हिरोइन को किस कर रहा था तब. मैं समझ गया कि उसने पूरी चूदाई देखी है, मैंने उसके हाथ को छुआ तो वो पूरी कांप रही थी, मेरे हाथ पकड़ने का उसने कोई विरोध नहीं किया, मैं समझ गया कि आज तो जिंदगी का मजा लूटा जा सकता है.
मैंने उससे पूछा कि आज हमारे यहीं रूकोगी क्या? क्योंकि आज हमारे यहाँ भी कोई नहीं है, मैं ये जानना चाहता था कि उसके मन मैं क्या है.
तो वो बोली कि मुझे अकेले डर लगता है, मैं खुश हो गया मेरा लौड़ा चोदने के लिये बेकरार था, उसने लाल रंग की डीप गले की चोली पहन रखी थी उसके बूब्स ऊपर से बाहर झांक रहे थे, वो बहुत सेक्सी लग रही थी.
मैंने उसको खाने के लिये स्वीट्स दी, रात काफ़ी हो चुकी थी मैंने टीवी का चैनल नहीं बदला था थोड़ी देर बाद फिर चूदाई के सीन आये तो मैं उसकी तरफ़ देखने लगा, उसकी आंखें सेक्स से भरी नजर आ रही थी, हीरो ने जैसे ही अपना लौड़ा बाहर निकाला तो उसके मुंह से उफ निकला मेरा लौड़ा भी टाइट हो रहा था, मैंने उसके कंधों पर अपना हाथ रखा तो वो बिल्कुल मेरे करीब आ गई.
मेरी हिम्मत बढ़ गई मैं अपने हाथ को धीरे धीरे उसके टाइट बूब्स के उप्पर ले जाकर उनको सहलाने लगा. उसके मुंह से मीठी मीठी आवाजें आने लगी.
मैंने उसकी चोली को धीरे से ऊपर सरकाना शुरु कर दिया, नीचे उसने ब्रा भी नहीं पहन रखी थी. वो मस्त होती जा रही थी.
वो बोली कि मुझे डर लग रहा है. मैंने पोछा क्यों जान?. तो वो बोली कि मैंने आज तक सेक्स नहीं किया है.
मैंने सोचा कि मुझे बना रही है, मैं बोला कि डरो मत मैं सिखा दूंगा.
मैंने उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया. तो देखा उसकी चूत ने पानी छोड़ रखा था. मैं धीरे धीरे उसकी चूत को सहलाने लगा.
उसने मुझे बाहों में भर लिया, मैंने उसकी कच्छी को उतार दिया, वो शर्मा गई.
फिर मैंने उसको कहा कि अब वो मेरे कच्छे को उतार दे.
वो शर्मा गई. तब मैंने अपने लंड को आजाद कर लिया.
वो मेरे लंड को प्यासी नजरों से देखने लगी और बोली कि ये तो बहुत मोटा है मेरी चूत तो फट जायेगी.
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मैंने कहा – रानी ये तुझे जवानी के मजे देगा.
वो बोली कि अब मैं क्या करूं?
तो मैंने कहा कि जिस तरह हिरोइन कर रही वैसे ही कर.
उसने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और हिलाने लगी. फिर धीरे से लौड़े को अपने मुंह में लेने लगी. मेरा लंड इतना मोटा था कि उसके मुंह में नहीं आ रहा था. वो उसे चाटने लगी. आप कुंवारी लड़की की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे. मेरा लंड बार बार हिल रहा था. उसको लंड चाटने में मजा आ रहा था.
वो बोली राजेश ये इतना मस्त लग रहा है कि दिल कर रहा है कि इसको खा जाऊँ!
मैंने कहा कि जान अगर तो इसको खा जायेगी, तो मैं तुझे कैसे चोदूंगा?
फिर धीरे धीरे उसने लंड के टोपे को मुंह में ले ही लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मैं अब उसकी चूत में अपनी उंगली डालने के लिये चूत पर घुमाने लगा. उसकी चूत पर छोटे छोटे बाल थे. उसकी चूत बिल्कुत उभरी हुई थी, पर मेरी उंगली उस चूत में नहीं बढ़ी तो मैं समझ गया कि वो बिल्कुल नई है. मैं बहुत खुश हुआ कि आज तो कुंवारी चूत की सील तोड़ने का मौका मिल ही गया.
मैंने उसको बाहों में उठा लिया और बेडरूम में ले गया. उसको बड़े प्यार से बेड पर लेटा दिया. अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे. उसके कूल्हे वास्तव में जैसे बाहर से दिखते थे, उससे भी कहीं ज्यादा गोल और टाइट थे.
मैंने उससे कहा कि अपनी टांगे चौड़ी कर ले. उसने वैसा ही किया, अब मेरा लौड़ा उसकी सील तोड़ने के लिये मस्त हो रहा था.
मैंने अपने लंड को पुश किया, कुंवारी चूत से भिड़ाया. तो वो मस्ती से हिल पड़ी. मैं शोट लगाने को बिल्कुल तैयार था, मेने अपने लौड़े को उसकी चूत में थोड़ा सा लगा कर अन्दर किया. तो वो चिल्ला पड़ी कि हाय मेरी चूत फट जायेगी.
तब मैंने अपने लंड को वापस बाहर निकाल कर उस पर क्रीम लगाई. अब वापस लौड़ा उसकी चूत में डालने लगा. वो दर्द से तड़प उठी वो अपने कूल्हों को हिलाने लगी.
तो मैंने कहा कि जान बस एक बार थोड़ा सा दर्द होगा. फिर जिंदगी भर तुम लंड के मजे ले सकती हो.
वो बोली कि आज तो मैं मजे लेकर रहूंगी.
उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया.
मेरे लौड़ा 8 इंच का है, मैंने धीरे 2 लौड़े को चूत में डालना शुरू किया. 2 शोट मारने पर लंड का टोपा उसकी मस्त चूत में घुस गया, वो दर्द से तड़प गई. मैं 2 मिनट के लिये वैसे ही लेटा रहा, आप कुंवारी लड़की की चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे. उसने अपनी चूत को जैसे ही थोड़ा ढीला किया, मैंने एक जोर का हिट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ पूरा घुस गया.
वो बुरी तरह चिल्ला उठी – हाय मार डाला!
उसकी चूत से गर्म गर्म खून आने लगा, शायद उसने नहीं देखा.
मैं कुछ देर रुक गया, थोड़ी देर में उसने अपने कूल्हे हिलाने शुरू कर दिये. तो मैं समझ गया कि अब दर्द कम हो रहा है. बस फिर मैं अपने लंड को हिलाने लगा उसकी चूत में मेरा लंड टकराने लगा. वो कस कर लंड का स्वाद लेने लगी.
मैं 20 मिनट तक उसकी चूत को अपने लंड से चोदता रहा. अब वो भी पूरे मजे ले रही थी. मेरा लंड टाइट चूत में टकरा कर घायल हो गया. उसकी मस्त चूत ने पानी छोड़ दिया. उसकी चूदाई में मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरा लंड उसकी चूत को नहलाने को तैयार था. मेरे लंड की तेज पिचकारी ने उसकी चूत को पूरा भर दिया. उसने अपनी टांगें जब तक ढीली नहीं की जब तक मेरे वीर्य की लास्ट बूंद नहीं निकल गई.
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अब हम दोनों अलग हो गये. तो वो बहुत खुश नजर आ रही थी. लिप किस कर वो बोली कि राजा आज तूने मुझे लड़की होने का मजा दे दिया. आज मैं पूरी रात इस मजे को लूंगी.
मैंने भी कह दिया कि तेरी सील बहुत टाइट थी. पर मेरे इस लंड ने आखिर उसे फाड़ ही दिया.
वो बोली कि तेरा लंड नहीं ये तो हथौड़ा है. ये दीवार में भी छेद कर दे ये तो मेरी कुंवारी चूत थी.
फिर वो रसोई में जाकर दूध ले आयी हम दोनों ने दूध पिया. जब तक उसने चादर को बदल दिया, बोली कि इसे बाद में धोऊँगी, पहले लंड का और मजा तो ले लो.
मैंने बाथरूम मैं जाकर अपने लंड को धो आया, आज मैं बहुत खुश था. वापस आते ही उसने मेरे लंड को मुंह में ले लिया. वो बोली कि आज इसने मेहनत की है देखू लाल हो गया है.
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थोड़ी देर में मेरा लंड फिर चूदाई के लिये तैयार था. इस बार मैंने उस को डोगी स्टाइल में चोदा. वो आज बहुत खुश थी, यारों क्या बताऊँ कि जिंदगी में मैंने ऐसी चूदाई पहली बार की.
मजे की बात तो ये थी कि वो और मैं 3 दिन तक अकेले रहे. हम दोनों ने तीन दिन और तीन रात मैं 12 बार सेक्स का मजा लिया, उसके बाद वो अपने घर बिहार वापस चली गई पर दोबारा आने को कह गई.
अब इन्तजार है कि अगले महीने वो आयेगी तो आगे की कहानी फिर आने पर सुनाऊँगा.