हेलो फ्रेंड्स. मेरा नाम संजू है. मैं पटना मे रहता हूँ और मुझे घूमना पसंद है और लड़कियों से फ्लर्ट करना भी. मेरी उमर 20 साल है और मेरी हाइट लगभग 5″9 है. अब मैं ज़्यादा ना पकाते हुए कहानी पर आता हूँ. बात उन दीनो की है जब मैं पटना मे नया आया था और एक फ्लॅट ढूंड रहा था और बाइ लक एक अछा फ्लॅट रेंट पे लिया इन ए गुड एरिया और मैं शिफ्ट हो गया.
वाहा पर कुछ दीनो बाद पता चला की मेरे बगल वाले फ्लॅट मे एक फॅमिली रहती है और बस हज़्बेंड वाइफ है. उनके हज़्बेंड जॉब की वजा से ज्यादातर बाहर ही रहते थे, जो बाद मे मुझे पता चला. स्टार्टिंग मे कुछ महीने भाभी से मैं बात नही करता था. क्योकि अगर कुछ गड़बड़ होती तो फ्लॅट गया हाथ से और वैसे वाहा स्टूडेंट को कहा मिलेगा इतनी आसानी से एक बढ़िया फ्लॅट. एक दिन की बात है जब मैं अपनी क्लास कर के फ्लॅट पे आया और अपनी साइकल लगा रहा था इतने मे भाभी आई और मुझसे हेल्प के लिए कहा मैने फट से हान कर दी. मगर वो बहोत भारी पड़ा मुझे. उन्होने कहा ज़रा पूजा का समान लादोंगे क्या.
मैं : भाभी मैं ज़रा फ्रेश होके लंच कर लून फिर ला दूँगा.
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भाभी : ठीक है पर ज़्यादा देर मत करना.
मैं : ठीक है.
फिर मैं 30 मिनट मे निकल गया वाहा से और समान खरीदते खरीदते 2 अवर लग गये. मैं जब वापिस आया तो भाभी ने कहा इतना लेट कर दिया. अभी सब रेडी करना बाकी है मैने सॉरी कहा और निकल गया वाहा से. नेक्स्ट डे सुबह जब मैं क्लास के लिए रेडी हो रहा था तब पॉकेट चेक की तो याद आया की आंटी को पैसे तो वापिस करना भूल ही गया हूँ. मैं रेडी होके गया और डोर बेल बजाया तो भाभी आई.
भाभी : क्या हुआ सुबह-सुबह यहा.
मैं : वो आपके पैसे वापिस करने थे.
भाभी : मुझे लगा था तुम्हे और देने पड़ेंगे मैं तुम्हे बुलाने ही वाली थी.
मैं : नही उतने मे हो गया आप ये वापिस ले लीजिए.
मैं पैसे वापिस करके आने लगा तो उन्होने कहा चाय पीते जाओ, वैसे भी सुबह-सुबह का टाइम था तो मैने हान कह दी.
मैं ड्रॉयिंग रूम मे न्यूज़ पेपर पढ़ रहा था. इतने मे भाभी 2 कप चाय लेके आई और नीचे झुक के टेबल पे कप रखे तो मुझे उनके क्लीवेज नज़र आने लगी. उनके सलवार के वजह से उन्होने शायद ये बात नोटीस की और अपना दुपट्टा ठीक कर के बैठ गयी और पूछने लगी की पढ़ाई करते हो. मैने कहा हान अभी कोचैंग कर रहा हूँ. आप यह कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
भाभी : समझ आता है ना क्लास मे सब.
मैं : हान.
भाभी : ध्यान से पढ़ो बेटा वरना लाइफ इतनी ईज़ी नही है सर्वाइव करना पड़ता है आज कल.
मैं : जी हान ज़रूर कर रहा हूँ वैसे भाभी आप कहा तक पढ़े है.
भाभी : एमएससी की है पर अब सब बेकार है.
मैं : कोई नही अपने बच्चो को तो आप पढ़ा पाएँगी कम से कम.
भाभी : कुछ प्राब्लम हो तो मुझे बताना मैं हेल्प कर दूँगी वैसे भी दोपहर के बाद घर मे बोर ही होती हूँ.
मैं : जी हान पक्का अब चलता हूँ क्लास है.
भाभी : ओके बाय तुम अपना नंबर देदो मुझे इनकेस कभी ज़रूरत पड़े.
मैने अपना नंबर दिया और आ गया. उसके बाद मेरी भाभी के साथ व्टसॅप पे बात होने लगी और कुछ पढ़ाई के मॅटर्स भी और सम जोक्स ऑल्सो. धीरे-धीरे मैं उनके और करीब आ गया. फिर एक दिन भाभी ने कहा आज रात को डिननर मेरे घर पे करना. मैने भी उन्हे हान कर दी और रात को आछे से नहा के तैयार होके एक चॉक्लेट लेके आया और उनके घर गया और बेल बजाई.
तो उनके हज़्बेंड ने डोर खोला और कहा अंदर आओ बेटा मैं अंदर जाके बैठा इतने मे भाभी आई और कहा प्लीज़ थोड़ा बैठो, मैं ज़रा इनका खाना पॅक कर दू इनको निकलना है अभी.
मैने ओके कहा और बैठ के टीवी देखने लगा. थोड़ी देर बाद भाभी आई और साथ मे बैठ के टीवी देखने लगी और कहा की वो किसी काम से देल्ही जा रहे है और उनकी ट्रेन है अभी सो सॉरी तुम्हे वेट करना पड़ा.
मैं : इट्स ओके भाभी.
फिर मैने उन्हे चॉक्लेट दी उन्होने कहा सो नाइस ऑफ यू थॅंक यू. हम ऐसे ही इधर-उधर की बाते करने लगे लाइक पढ़ाई और फॅमिली फिर मैने पूछा.
मैं : एक बात पुछु आप गुस्सा तो नही होगी ना मुझसे.
भाभी : नही तुम पूछो तो.
मैं : आपकी शादी को कितने साल हो गये है.
भाभी : 4 साल ये पूछने से भला मैं क्यो गुस्सा होंगी.
मैं : एक और बात पुछु.
भाभी : हान पुछो ना इतना डरो मत.
मैं : भाभी आपकी शादी को इतने साल हो गये और कोई बच्चा नही है.
भाभी चुप-चाप बैठी रही मैने कहा इट्स ओके इफ़ इट ईज़ पर्सनल. आप यह कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे.
भाभी : अब क्या बताउ तुम्हे बात हैं ही कुछ ऐसी और उनके आँख भर आई.
मैं : भाभी आई एम सॉरी मैने आपको हर्ट करना नही चाहता था.
भाभी : बहोत दुख है मेरे ज़िंदगी मे. वो तो बस मैं जी रही हू समझो और भैया देल्ही नही गये है वो मेरी सौतन के साथ ऐयाशी करने गये है और वो मुझसे अभी कोई बच्चा नही चाहते है.
मैं : आपको कैसे पता है ये सब.
भाभी : मैने उनका फोन चेक किया था मुझे शक तो उनपे था ही पर अब कन्फर्म्ड हो गया है छोड़ो ये सब बाते.
मैं उनके आसुओं को पोछते हुए, उनके बॅक पे हाथ रख के कॉन्सोल करने लगा और उन्हे दिलासा देने लगा अब आप रोना बंद कीजिए और खाना निकालिए बहुत भूख लगी है.
भाभी : मैं भी चलो आओ आज साथ मे खाते है.
हम खाने बैठे. पहला नीवाला मैने भाभी को अपने हाथ से खिलाया और कहा देवर समझ के खा लीजिए. तो उन्होने माइंड नही किया और खा लिया और उन्होने भी मुझे खिलाया. फिर हमने अपना डिन्नर कंप्लीट किया और मैं जाने लगा. तो भाभी ने कहा आज यही रुक जाओ ना वैसे भी कल संडे है तुम्हारी क्लास भी नही है. सो मैने कहा चेंज कर के आता हूँ और मैं फटा-फट चेंज करके आया.
फिर हमने गेम खेली और सोने के टाइम मैने कहा मैं सोफे पे सो जाउन्गा. तो भाभी ने कहा क्यो मैं अपने छोटे देवर के साथ नही सो सकती कही कुछ गड़बड़ तो नही. मैने कहा नही नही ऐसी कोई बात नही है सो सकते है. फिर हम सोने गये और भाभी ग्लास मे कुछ लेके आई और कहा पी लो आछे से नींद आएगी मैं भी पी गया अछा टेस्ट था उसका मैं भी पी के लाइट ऑफ करके दूसरे तरफ मूह करके सोने लगा.
थोड़ी देर बाद मैं टाय्लेट करने के लिए उठा तो देखा भाभी की नाइटी थाइ तक थी और उनकी टाँगे दिख रहे थी. मैं टाय्लेट करके आया और बेड पे लेटे-लेटे अपना लंड हिलाने लगा. मुझे लगा भाभी जाग रही है. सो मैं लंड अंदर करके सोने लगा.
तो भाभी बोली, क्या हुआ बाहर ही निकाल के रखो ना मेरे तरफ. मेरी गांड फट के हाथ मे आ गयी थी. मैने डरते हुए कहा “जी”. भाभी ने कहा ज़्यादा भोले मत बनो और मेरा लंड निकाल के हिलाने लगी और बोली कितना मस्त लंड है. कब चोदेगा मुझे और उसे लॉलिपोप के तरह चूसने लगी. मेरी तो हालत खराब थी पता नही मेरा माल नही निकल रहा था. फिर मैने भाभी को लेटाया और उनकी नाइटी उतारी और उनके चुत जोकि एक दम सॉफ थी उसे लीक करने लगा. 30 मिनट तक लीक करने के बाद मैं उन्हे किस करने लगा और उनके बूब्स दबाने लगा.
भाभी तब-तक एक बार झड़ चुकी थी. उनसे अब बर्दाश्त नही हो रहा था उन्होने कहा अब डालो अंदर अब बर्दाश्त नही होता साला वो भड़वा तो चोदता नही है अब तू ही मेरी प्यास बुझा दे. फिर मैने भाभी को 20 मिनट से ज़्यादा चोदा पर मेरा पानी नही निकल रहा था.
तभी भाभी ने “कहा देखा मेरे वायग्रा का कमाल”.
मैने कहा “उस ड्रिंक मे वायग्रा था मीन्स आप मुझसे चुदने वाली थी आज ही”.
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भाभी “एस इस लिए मैने तुम्हे डिन्नर पे बुलाया था अब चोदो मुझे”.
मैने उनकी पूरी रात मे 3 बार चुदाइ की. फिर हम नंगे ही सो गये और सुबह फिरसे मैने उन्हे चोदा और अभी भी चोदता हूँ उन्हे वो भी बहुत मज़े लेके चुदति है और मुझे भी बहुत मज़ा आता है.
Sunny – फ्रेंड्स आपको कैसी लगी ये कहानी ज़रूर बताएगा बुरी लगी तो भी और अछी लगे तो भी. आई डॉन’ट माइंड. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स या ईमेल “sunny@indianadultstory.com” मे ज़रूर लिखे. ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके
Hello ayusha khan