हेलो मई आकाश ,आप मेरी सेक्सी मा पे बहुत सारी स्टोरीस पढ़ चुके होंगे. आप सभी के लिए मई एक नयी माँ की जबरदस्ती चुदाई कहानी लेकर आया हू जो आशा करता हु की आप लोगो बहुत पसंद आएगा.
ये कहानी काफ़ी पहले की है, जब मेरी माँ 35 की रही होगी तब मई काफ़ी छोटा था. उस समय मम्मी की जवानी देखने लायक थी. यू बोलिए की जवान तो जवान गली क बुड्ढे व चाहक जाते थे उसको देख कर. मम्मी का नाम तो आप जानते ही है, रंजना. उस त्यम मम्मी थोड़ी कम मोटी थी. 36-34-38 का फिगर था.घर पे अक्सर समीज़ सलवार या नाइटी पहनती थी.
अब मे कहानी पर आता हू. बात उस समय का है जब मै और मम्मी नानी क घर थे. वाहा मम्मी को चुदे हुए काफ़ी दिन हो गया था. डेली नाइट मे मई उसको उंगली करता देखता था शायद यहा लंड जो नही मिल रहा था.
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मम्मी व लंड के तलाश मे ही थी. हमारे मामा का एक दोस्त था जो काफ़ी हटता कथा था. वो अक्सर घर पे आता जाता था और जब मामा न्ही रहते थे तो मम्मी से काफ़ी देर बाते करता था. एक दिन की बात है मम्मी नेट वाली सारी पहनी हुई थी और कसा हुआ डीप नेक की ब्लाउस पहनी हुई थी. ऐसा लग रहा था जैसे की ब्लाउस क अंदर ब्रा न्ही पहनी थी. मार्केट हमारे घर से थोड़ी दूरी पे था.
हम मार्केट से समान खरीद कर लौट रहे थे की अचानक से बारिश होने लगी तो हम वही एक शॉप क पास खड़े हो गये. तो वाहा ही हमे मामा का फ्रेंड दारा मिला जो की दारू और चखना खरीद क ले जा रहा था. मम्मी की नेट की सारी और ब्लाउस बारिश से भीगने से अछी तरह दिख रहा था. फिर वो मम्मी से बोला की भाभी चलिए पास मे ही हुमारा मिल है वाहा ही मै काम करता हू. आप यह माँ की जबरदस्ती चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है . अभी मौसम ऐसा था तो सब दोस्तो ने थोड़ा मज़ा करने का प्लान बनाया तो हम काम रोक कर थोड़ा एंजाय कर रहे थे.
वो बोला की चलिए मिल पे फिर बारिश रुकते चले जाएँगा. पहले तो मम्मी नही जाना चाहती थी फिर बारिश क साथ हवा व चल रहा था तो वो चलने क लिए राज़ी हो गयी. फिर हम उसकी छतरी मे चलने लगे पेर छाता इतना छोटा था की आधा पानी मम्मी क कंधे पे तो आधा दारा के कंधे पे.
इतने मे हवा ऐसा चला की छतरी पलट गया जिससे हम दौड़ के मिल की तरफ भागे. मिल पहुचते हम भींग चुके थे. मिल मे पहले से ३ लोग थे जो लेबर टाइप लग रहे थे सबकी आगे 35-40 का लग रहा था. मम्मी भींगने के कारण थोड़ी अजीब फील कर रही थी. फिर वो लोग मम्मी को थोड़ा नॉर्मल किए. बोले भाभी आप टॉवेल से पोच लीजिए अपने आप को फिर आप बैठिए तुरंत बारिश रुक जाएगा.
मम्मी मुझे और खुद को टॉवेल से पोछी. फिर वो लोग बैठ क तास खेलने लगे और मम्मी से बोले की आप बुरा ना माने तो दारू पी सकते है तो मम्मी बोली की उसको कोई प्राब्लम न्ही है. फिर हम वही बैठ क उनका खेल देखने लगे. बारिश रुकने का नाम ही न्ही ले रहा था. शाम तो ऑलरेडी हो चुका था अब धीरे धीरे अंधेरा होने लगा वाहा वो एक छोटा सा मोमबति जलाए थे.
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थोड़ी देर बाद एक को काफ़ी चढ़ गया तो वो गेम न्ही खेल पा रहा था तो वो लोग उसको डाँट के वाहा से हटा दिए वो चुप छाप कोने मे जकेर सो गया. फिर वो मम्मी से बोले की आपको खेलना आता है तो मम्मी बोली हा थोड़ी खेल लेती हू. तो फिर मम्मी खेलना स्टार्ट की. खेल खेल मे मम्मी का पल्लू नीचे गिर जा रहा था. तो वो सारे उनके चुचि को घूर्ने लगते. मम्मी को पता चल रहा था बट वो पल्लू थिंक करना छोड़ दी. फिर बोली की उसका गीले कपड़ो मे काफ़ी ठंड लग रहा है तो वो लोग आग जलाए. फिर खेल खेल मे दारा मों के जाँघ पे हाथ मरने लगा.
फिर डरा का मूड मे क्या हुआ की बाहर जकेर भींग के आया और बोला की यार मै भींग गया फिर वो अपना शर्ट पॅंट वेस्ट सब उतार दिया और अंडरवेर मे हो गया. फिर वो बोलता है की भाभी आपको कोई दिक्कत तो न्ही. इस्पे दूसरा आदमी बोलता है की ऐसा बोलते हो जैसा की भाभी आज तक कुछ देखी ही न्ही, देखी न्ही होती तो इतना बड़ा लड़का कैसे निकल गया.
फिर सब हसणे लगे. इतने मे एक बोलता है भाभी मेरी वाइफ मुझे देती न्ही है आप बताइए ना क्या करू. मम्मी को पता चल चुका था की ये सब को अब चढ़ चुकी है और गरम भी हो रहे है ये सब. आप यह माँ की जबरदस्ती चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है. फिर दारा इतना मे तास खेलते हुए अपना लंड कच्चे क साइड से निकल दिया. उसका 7 इंच का मोटा लंड अब मम्मी को सॉफ दिख रहा था.
मों ब्रा न्ही पहनी थी जिससे ब्लाउस मे उसकी चुचि बड़ी सी लटक रही थी. जिससे दारा का लंड और फनफना रहा था. अब दारा ने दोस्तो को इस्सारा से बोला की कुछ खाने का जुगाड़ क्रो तो वो दोनो देखते है बोलकेर वाहा से अंदर की तरफ गये. अब डरा मम्मी की तरफ देख क मुस्कने लगा. बोला भाभी आज तो आप ग़ज़ब लग रही है.
मम्मी कुछ न्ही बोल रही थी तो उसको पता लग गया की मई वही हू इसलिए काम न्ही बन पाएगा. तो वो मुझे बोला की बाबू अंदर देखो वो लोग क्या कर रहे है.. मे अंधेरे मे खटिया के पीछे चुप के बैठ गया. इस्पे दारा मम्मी को धका देकर लिटा दिया. तो मम्मी बोली की तुम्हारे दोस्त ना आ जाए तो वो बोला की कोई न्ही आएगा तू लेट जा. दारा बहुत गरम हो चुका था. मम्मी की सारी पेटीकोआट कमर तक उठा दिया और अपना अंडरवेर उतार क चढ़ गया. अब काफ़ी तेज़ी से छोड़ने लगा जिससे बेड बहुत तेज़ आवाज़ करने लगा.
वो मम्मी का ब्लाउस का हुक खोलने लगा तो मम्मी माना केरने लगी इस्पे वो एक तमाचा लगाया और हुक खोल क चुचि बाहर निकल दिया. अब चुचि मूह मे लेकर छोड़ने लगा. दारू पीने होने क कारण काफ़ी देर तक छोड़ते रहा मम्मी काफ़ी करहने लगी इतने मे उनका दोनो दोस्त व आ गये.
मम्मी दारा को धक्का देकर अपना सारी ठीक करने लगी. दारा बोला की तू क्या जानती है की तू बिना इनसे चुदे जा पाएगी. तो मम्मी हड़बड़ा गयी और उठने क लिए की तो दारा पकड़ लिया और बोला की पहले मेरा तो झाड़ जाने दे. और बोलकेर चढ़ गया.
इतने मे बाकी क दोनो व नंगे हो गये. दोनो का लंड काफ़ी बड़ा था 6-7 इंच होगा. एक मम्मी क मूह क पास खड़ा हो गया बुत मम्मी चूसने से माना कर दी लेकिन वो ज़बरदस्ती लंड डाल लिया.
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इतना मे दारा झाड़ गया और चूत क अंदर ही गिरा दिया. और बगल मे लेट गया. फिर दूसरा आदमी टॉवेल से चूत पोच क अपना खड़ा लंड एक बार मे पेल दिया जिससे मम्मी भत तेज़ कराई.
फिर वो चुदाई करने लगा लेकिन वो बहुत जल्दी गिर गया. अब जो तीसरा था जो मम्मी के मूह मे चुस्वा रहा था वो मम्मी की कमर खिच कर किनारे लाया और मम्मी की गॅंड टटोलने लगा. फिर वो हाथ पे ठुका और गांद पे लगा दिया.
अब मम्मी देर गयी और पलटने लगी. बुत वो न्ही माना और गलिया देने लगा. शराब क आगे वो आदमी दरिन्दा बन गया था. उसके बाद वो लंड अंदर घुसने लगा बहुत लंड जा ही न्ही रहा था. आप यह माँ की जबरदस्ती चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है. फिर वो चूत से बहता हुआ वीर्या लंड पे लगाया और लंड को एक जट्के मारा और सूपड़ा घुस गया. फिर धीरे हिलने लगा. मम्मी बहुत तेज़ चिल्ला रही थी.
बट वो कोई रहम न्ही कर रहा था और छोड़े जा रहा था.और 10-12 मीं मे वो अंदर ही झाड़ गया. और हाफ़ कर नीचे बैठ गया. अब मम्मी वाहा से उठी और डरा से बोली की उसको टाय्लेट जाना है. फिर डरा बोला की यही कर ले तो वो बोली की गॅंड का माल निकलना है. तो वो बोला की घर जकेर निकलना.
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मम्मी साया से चूत पोछी और सारी ब्लाउस ठीक से की. फिर वो मुझे आवाज़ दी. कमरे मे बहुत ज़्यादा अंधेरा था कुछ ठीक से दिख न्ही रहा था. फिर मै मम्मी के साथ बाहर आया. डरा अंडरवेर मे ही बाहर आया. और मम्मी के सारी को पीछे से उठा के हाथ से उसका गंद सहला रहा था.
अंधेरा होने क कारण रोड पे कोई न्ही था. काफ़ी सहलाने के बाद मम्मी के गले लगा और कस क दबा दिया जिससे मम्मी की चीख निकल गयी बोला कल फिर आना. फिर हम और मम्मी हल्के बारिश मे ही घर की ओर लौट चले.
मम्मी थोड़ी खुस लग रही थी और वो लंगदाते हुए चल रही थी, मम्मी को खुस देखकेर मई व खुस था. आयेज की कहानी मई अगले स्टोरी मे बतौँगा.
Mere chut garam ho gaye story read karnese
Ham mita dete hai teri khujli bAhanchod
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