मेरा नाम पिंकी है. मैं देल्ही की रहने वाली हू. आज मैं आप सबको अपनी चुदाई की सच्ची कहानी बताने जा रही हू. कैसे में चाचा के साथ बस मे चुदि!
मेरे चाचा चाची दोनो लोग मेरे घर आते रहते हे और मैं भी अपने चाचा चाची के घर जाती हू. मेरे चाचा और चाची दोनो लोग जॉब करते हे, लेकिन चाची ज़्यादा ही अपने जॉब मे बिज़ी रहती हे. वो कभी कभी मीटिंग के लिए भी जाती हे. तो चाचा घर मे अकेले रहते हे. मैं कभी कभी उनके घर जाती हू, तो उनके लिए खाना बना देती हू.
चाचा भी मुझसे बहुत बातें करते हे और हम दोनो लोग की अच्छी बातें होती हे. हम दोनो लोग एक दूसरे से सब कुछ शेर करते हे, लेकिन कभी भी हम दोनो लोग ग़लत बात नही करते हे एक दूसरे से.
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मैं आपको बता दू. मैं बहुत सेक्सी हू और मेरा फिगर 36 30 38 हे. मैं एक दम गोरी हू और मेरी चुची और गान्ड बहुत बड़े बड़े हे. मेरी चुची एक दम टाइट हे और मेरी गान्ड एक दम बहुत बड़ी बड़ी हे. जब भी मैं चलती हू, तो लोग मेरी गान्ड को देखते हे.
मैं हमेशा टाइट सलवार सूट पहनती हू. जिसमे से मेरी चुची और गान्ड एक दम सॉफ सॉफ दिखती हे. एक दिन चाची अपने ऑफीस के काम के लिए बाहर गयी थी. इसलिए चाचा घर मे अकेले थे और ठंडी का मौसम था. मैं चाचा के घर गयी थी और हम दोनो लोग घर मे अकेले थे.
मैं और चाचा दोनो लोग शॉपिंग करने के लिए बस से माल जा रहे थे. क्यू की घर की शॉपिंग करनी थी चाचा को इसलिए. मैं और चाचा दोनो लोग बस से शॉपिंग करने के लिए गये और मैं और चाचा दोनो लोग साथ साथ बस मे बैठे थे.
हम दोनो लोग बस मे जा रहे थे. कभी कभी बस मे हम दोनो एक दूसरे से चिपके जा रहे थे. एक दूसरे को देख कर स्माइल कर रहे थे. चाचा बस मे ग़लती से मेरी चुची पकड़ लिए क्योकि बस मे बहुत भीड़ थी. चाचा मेरी चुची को पकड़ लिए और मैं भी कुछ बोल नही रही थी.
क्यू की बस मे जगह नही थी. सब लोग खड़े थे और कैसे भी करके मुझे और चाचा को सीट मिली थी. इसलिए लोग एक दूसरे को धक्का दे रहे थे. बार बार चाचा मेरी चुची को दबा रहे थे और मैं समझ रही थी चाचा ग़लती से कर रहे थे और मैं भी धीरे धीरे गरम होने लगी थी और मेरी साँसे तेज चल रही थी.
मैं चाचा को कुछ बोल भी नही सकती थी. क्यू की जो लोग बस मे खड़े थे वो जब धक्का दे रहे थे तो चाचा मेरी चुचि दबा दे रहे थे और मेरी उपर ही चिपके जा रहे थे.
मैं चाचा के पॅंट को देखी तो उनका लंड पॅंट मे एक दम खड़ा था. मैं समझ गयी की चाचा जान बूझकर मेरी चुची को दबा रहे थे और मज़ा ले रहे हे.
मैं चाचा के खड़े लंड को उनकी पॅंट के उपर से देख रही थी. जब चाचा ने देखा की मैं उनके खड़े लंड को उनके पॅंट के उपर से देख रही हू. तो वो मुझसे नाटक करने लगे और बोलने लगे बस मे बहुत भीड़ हे. वो बार बार मेरी तरफ देख रहे थे और मुझे देख कर स्माइल कर रहे थे.
मुझे उनकी नजरो मे हवस वाली फीलिंग आ रही थी. हम दोनो लोग शॉपिंग माल थोड़ी देर मे पहुचने वाले थे. क्यू की हमारा घर शॉपिंग माल से थोड़ा दूर हे और बस मे धीरे धीरे सब लोग उतर गये. बस मे बहुत कम लोग थे और मैं और चाचा दोनो बस की पीछे वाली सीट पर चले गये और आराम से बैठ कर शॉपिंग माल जाने लगे.
लेकिन चाचा का लंड उनकी पॅंट मे खड़ा था और मैं बार बार उनके लंड को देख रही थी. चाचा मुझसे बोले की तुम को कुछ चाहिए? मैं उनको देख कर बोली हा और स्माइल करने लगी. चाचा मेरी चुचि को दबाने लगे और हम दोनो लोग बस की पीछे वाली सीट पर एक दूसरे को किस करने लगे.
बस मे अंधेरा था, इसलिए कुछ दिख नही रहा था. लेकिन चाचा मुझे किस करते करते मेरी चुचि को दबाने लगे. मैं चाचा का लंड उनकी पॅंट के उपर से दबाने लगी. उनका लंड बहुत टाइट हो गया था. मुझे लग रहा था की वो एक दम गरम हो गये हे.
क्यू की उनके लंड से उनका पॅंट भी एक दम तंबू बन गया थे. मैं उनके पॅंट के बटन को खोल दी और उनके लंड को अपने हाथ मे लेकर हिलाने लगी और चाचा झड़ गये. अपना माल बस मे ही गिरा दिए और उसके बाद चाचा ने मेरी सलवार खोली और मैं बस की पीछे वाली सीट पर आराम से लेट गयी.
चाचा ने मेरी टॅंगो को थोड़ा उपर किया और मेरी चूत मे उंगली डालने लगे. उसके बाद वो मेरी चूत को चाटने लगे. हम दोनो लोग एक दम गरम हो गये थे और एक दूसरे को किस कर रहे थे.
चाचा का लंड एक दम खड़ा हो गया था और चाचा मुझे अपने लंड पर बैठने के बोल रहे थे. मैं अपने चाचा के लंड पर नही बैठ रही थी. तो चाचा ने मुझे अपने लंड पर बैठा लिया और मुझे बस मे अपना लंड मेरी चूत मे डालने लगे. अपना लंड मेरी चूत मे डाल कर मुझे चोदने लगे और मैं बस मे अपने चाचा के लंड पर बैठ कर चुदा रही थी.
चाचा बस मे सीट पर बैठ कर अपने लंड पर मुझे बैठा कर मुझे चोद रहे थे. कभी कभी मेरी चुची को दबा रहे थे. मैं बस मे ज़्यादा चिल्ला नही रही थी क्यू की बस मे कुछ लोग थे.
लेकिन मुझे चाचा से चुदाने मे बहुत अच्छा लग रहा था. लेकिन मुझे दर्द भी हो रहा था. हम दोनो लोग बस मे चुदाई कर रहे थे और चाचा मुझे अपने लंड पर बैठा कर मुझे जल्दी जल्दी चोद रहे थे. बस मे बहुत ही ठंड लग रही थी और हम दोनो लोग बस मे चुदाई कर रहे थे.
हम दोनो लोग बस मे चुदाई करने लगे और हम दोनो लोग चुदाई करते करते झड़ गये. चाचा अपना माल मेरी सलवार पर गिरा दिए और उसके बाद वो मुझे सीट पर बैठा दिए. अपने नीचे बैठ कर मेरी चूत को चाटने लगे और अपने घुटनो पर बैठ कर मेरी चूत को चाट कर एक दम सॉफ कर दिए.
मेरी चूत को चाटने के बाद चाचा मुझे अपने गोदी मे लिए और मुझे किस करने लगे. हम दोनो लोग बस मे एक दूसरे को किस कर रहे थे और हम लोग कुछ देर के बाद शॉपिंग माल पहुच गये. उसके बाद मैं और चाचा दोनो लोग शॉपिंग किए.
चाचा वेजिटेबल लिए और घर मे खाने का समान लिए. मेरे लिए एक अच्छा सा ड्रेस खरीदे और उसके बाद हम दोनो लोग बस से घर आ गये. हम दोनो लोग बस मे एक दूसरे को किस कर रहे थे.
मैं और चाचा घर आ गये और मैं चाचा को डिन्नर बनाकर खिलाई. चाचा और मैं दोनो लोग साथ मे डिन्नर किए. चाची तो ऑफीस की मीटिंग के लिए गयी थी और रात मे चाची आने नही वाली थी. क्यू की चाची जब भी मीटिंग मे जाती हे वो एक दिन घर नही आती हे.
मैं और चाचा रात भर उस दिन चुदाई किए और चाचा ने मुझे रात भर चोदा. बाद मे मुझे घर पर छोड़ दिए और उसके बाद जब भी चाची अपने ऑफीस की मीटिंग के लिए जाती हे, चाचा मुझे अपने घर बुला लेते हे और मुझे रात भर चोदते हे.
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चाचा मुझे बहुत चोद्ते हे और अब हम दोनो लोग एक दूसरे से सारी बातें शेर करते हे. चाचा ने मुझे एक बार बताया था की वो अपनी वाइफ की सिस्टर को भी चोदते हे. चाचा को जब भी मौका मिलता हे, मुझे चोदने का वो मेरे घर भी आ जाते हे. मुझे मेरे बेडरूम मे चोद्ते हे और चले जाते हे.
चाचा और मैं एक दूसरे के साथ बहुत बार सेक्स कर चुके हे और हम दोनो लोग अलग अलग पोज़िशन मे सेक्स करते हे. चाचा को मेरी चूत बहुत पसंद हे वो मुझे अपनी साली से भी ज़यादा चोद्ते हे.
अगर आपको मेरी कहानी अच्छी लगी तो मुझे मेल करिए. मैं आपसे चाट करूँगी, आप सब मुझे मेल करिए मैं आपके मेल का वेट करूँगी. मैं कोशिश करूंगी कि आगे की कहानी जल्दी ही लिखूँ इसलिए मेल जरूर कीजिएगा. (anvesha@indianadultstory.com)
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